पूर्व अधिष्ठाता व वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ वी के सिंह का सम्मान

अम्बिकापुर/इंदिरा गाँधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर अंतर्गत राजमोहिनी देवी कृषि महाविद्यालय व अनुसंधान केंन्द्र अंबिकापुर के पूर्व अधिष्ठाता व वरिष्ठ प्राध्यापक (शस्य विज्ञान) डॉ वी के सिंह के सेवा से निवृत होने पर कृषि महाविद्यालय अंबिकापुर के अधिष्ठाता डॉ एस के सिन्हा की अध्यक्षता में विदाई व सम्मान समारोह का आयोजन किया गया।

अधिष्ठाता डॉ एस के सिन्हा द्वारा राजमोहिनी देवी कृषि महाविद्यालय और अनुसंधान केंद्र, अंबिकापुर में वी.के. सिंह के 40 वर्ष 6 माह के उल्लेखनीय योगदान और निष्ठा को कृतज्ञता के साथ स्मरण किया। उन्होंने कहा कि 4 वर्षों तक डीन के रूप में डॉ. वी.के. सिंह प्रभावशाली भूमिका में रहे तथा इनके नेतृत्व में महाविद्यालय के शैक्षणिक उत्कृष्टता को नई ऊँचाइयां मिली। साथ ही अधिष्ठाता कृषि महाविद्यालय कोरिया के रूप में भी इनकी सेवा के दिनों को याद किया गया एवं उत्कृष्ट कार्य के लिये सराहना की।

डॉ वी.के. सिंह के 80 से अधिक प्रभावशाली शोध पत्र हैं जिसने टिकाऊ कृषि पद्धतियों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। खरपतवार प्रबंधन और ऊपरी क्षेत्रों में धान की खेती पर इनके महत्वपूर्ण कार्यों ने किसानों और शैक्षणिक समुदाय दोनों को बहुमूल्य जानकारी और व्यावहारिक समाधान प्रदान की है। डॉ. वी.के. सिंह भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली द्वारा संचालित नारियल परियोजना में जगदलपुर तथा दो वर्ष समन्वित कृषि प्रणाली में कवर्धा में अपनी सेवाएं दे चुके हैं।

डॉ. वी.के. सिंह द्वारा खाद्यान्न, दलहन, तिलहन, कपास एवं गन्ना फसलों में शस्यगत तकनीक पर काफी अनुसंधान किया गया है। आपके शोध कोदो, कुटकी, रागी एवं अन्तर्वर्ती खेती काफी प्रभावी रही है। आपको प्राप्त फसल अनुसंधान पुरस्कार और भारतीय दलहन अनुसंधान एवं विकास सोसायटी के फेलो जैसे कई सम्मानों ने आपके क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान को मान्यता दी है। अनुसंधान से परे, आपका प्रभाव सन्त गहिरा गुरु विश्वविद्यालय सरगुजा, अंबिकापुर की कार्यकारी परिषद के सदस्य और मदन मोहन मालवीय मिशन, अंबिकापुर इकाई के उपाध्यक्ष के रूप में भी व्यापक रूप से देखा गया है।

400 से अधिक व्याख्यान और विभिन्न राज्य स्तरीय कार्यशालाएँ और राष्ट्रीय सेमिनारों में कृषि पद्धतियों को आगे बढ़ाने और समुदायों को सशक्त बनाने में डॉ वी.के. सिंह भूमिका रही है। आपने अपने 4 जर्नल एवम विभिन्न विषयो पर लिखें किताबें महाविद्यालय को भेट किये।

इस अवसर पर कृषि महाविद्यालय शंकरगढ़ जिला बलरामपुर के अधिष्ठाता डॉ जी पी पैंकरा, कृषि महाविद्यालय कोरिया के अधिष्ठाता डॉ डी के गुप्ता, बीज निगम के अधिकारी संजय सिंह व अशोक गुप्ता के द्वारा भी आपको विशेष योगदान के लिए सम्मानित किया। इस सम्मान समारोह अवसर पर कृषि महाविद्यालय अंबिकापुर, कृषि विज्ञान केंद्र अंबिकापुर, कृषि महाविद्यालय शंकरगढ़, कृषि महाविद्यालय प्रतापपुर के समस्त अधिकारी व कर्मचारीगण उपस्थित थे।

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