पीटीएस मैनपाट के नवम दीक्षांत परेड समारोह में 146 नव आरक्षकों ने ली कर्तव्यनिष्ठा की शपथ

जनमानस में पुलिस का प्रथम प्रतिनिधि होता है आरक्षक-आईजी

अंबिकापुर। पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय मैनपाट के नवम दीक्षांत परेड समारोह में मुख्य अतिथि सरगुजा रेंज आईजी अंकित गर्ग के उपस्थिति में 146 नव आरक्षकों ने कर्तव्यनिष्ठा की शपथ ली। 20 फरवरी को आयोजित दीक्षांत परेड में राज्य के विभिन्न जिलों से आए नव आरक्षकों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन कर मुख्य अतिथि को गॉर्ड ऑफ ऑनर दिया। इसके पश्चात पुलिस अधीक्षक पीटीएस मैनपाट राज कुमार मिंज ने आईजी का आभार व्यक्त करते हुए दीक्षांत परेड समारोह में शामिल नौजवानों के प्रतिभाओं के बारे में सामान्य जानकारी दी। आईजी ने नव आरक्षकों को कर्तव्यनिष्ठा की शपथ दिलाई।
पुलिस महानिरीक्षक अंकित गर्ग ने अपने उद्बबोधन में नौजवानों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि आज का दिन नौजवानों के लिए बहुत ही हर्ष का दिन है, जिन्होंने पुलिस विभाग के अनिवार्य व महत्वपूर्ण पद को मेहनत एवं लगन से अनुशासित रहकर, निर्धारित प्रशिक्षण हासिल करने में सफलता प्राप्त किया है। आरक्षक पुलिस विभाग की नींव के पत्थर हैं, जो समूचे बल का लगभग 70 प्रतिशत है। जनमानस में पुलिस का प्रथम प्रतिनिधि आरक्षक होता है, जो लगातार आम जनता के संपर्क में रहता है और किसी भी घटना व अप्रत्याशित स्थिति के समय सर्वप्रथम मौके पर वही पहुंचता है। इनके द्वारा किए गए कार्य एवं आचरण से ही आमजन में पुलिस की छवि निर्मित होती है, इसलिए आप सभी के ऊपर एक बड़ी जिम्मेदारी है। इसका निर्वहन आप जैसे नौजवान हमेशा सफलतापूर्वक करते आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य को नक्सल मुक्त करने में पुलिस जवानों की महती भूमिका रही है। राज्य में पुलिस के लिए नक्सल हिंसा गंभीर समस्या रही है। सुदूर क्षेत्रों में सूचनाएं संकलित कर बड़े-बड़े अभियानों को हमारे जवानों के अनुवाई एवं सहयोग से अंजाम दिया जाता रहा है। नक्सल अभियान में आरक्षकों द्वारा बहादुरी से अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए अपना सर्वोच्च बलिदान तक दिया है, जो हम सब के लिए गर्व की बात है। रेंज आईजी ने इस महत्वपूर्ण बेला में उपस्थित सभी नौजवानों के माता-पिता का धन्यवाद ज्ञापित किया, जिन्होंने अपने जीवन में कई कठिनाइयों का सामना कर अपनी खुशियों का त्याग कर इन्हें सर्वोच्च शिक्षा दिलाया, जिससे वे इस मुकाम को हासिल करने में सफल हुए। उन्होंने पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय मैनपाट के पुलिस अधीक्षक सहित समस्त प्रशिक्षकों की सराहना की, जिनके कुशल प्रयास से इंडोर एवं आउटडोर की कक्षा में सर्वस्व अनुभव व ज्ञान इन्हें मिला। आईजी ने कहा आप सभी को बुनियादी प्रशिक्षण के मूल आयाम को समझाने एवं जवानों को बेहतर समाज का निर्माण करने के लिए सशक्त बनाया गया है। दीक्षांत परेड कार्यक्रम के दौरान पुलिस अधीक्षक सरगुजा विजय अग्रवाल, पुलिस अधीक्षक सूरजपुर एमआर आहिरे, पुलिस अधीक्षक कोरिया सूरज सिंह परिहार, 10वीं वाहनी छसबल कमांडेंट विजय कुजूर, जिले के राजपत्रित अधिकारी एवं अन्य विभाग के अधिकारी, क्षेत्र के जनप्रतिनिधि, नौजवानों के अभिभावक सहित पीटीएस के समस्त प्रशिक्षक व अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।

बुनियादी प्रशिक्षण के मुख्य तीन आयाम
पुलिस महानिरीक्षक ने कहा पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय में प्रशिक्षकों द्वारा जवानों को मुख्य रूप से ट्रेंड किया जाता है। पहला शारीरिक क्षमता को विकसित करना, दूसरा कानून का ज्ञान एवं तीसरा विभिन्न हथियारों का ज्ञान एवं संचालन कराने हेतु उन्हें योग्य बनाया जाता है, जो पुलिस विभाग में कार्यरत रहने वाले सभी जवानों को पूरे सर्विस काल तक काम आता है। उन्होंने कहा आप सभी ने प्रशिक्षण दौरान विवेक और अंत:दृष्टि से जो ज्ञान अर्जित किया है और कड़ी मेहनत, दृढ़ इच्छा एवं प्रतिबद्धता के साथ इस मुकाम को हासिल किया है। किसी भी क्षेत्र में कोई भी चुनौती आने पर आसानी से हल करने में सफल होंगे। पीटीएस में प्रशिक्षकों द्वारा सिखलाए गए आयाम को आप सब अच्छी तरह निर्वहन करने में सफल होंगे। परित्राणाय साधुनाम जो पुलिस का आदर्श वाक्य है इसे चरितार्थ करना आप सबका मूल कर्तव्य है।
उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले जवान हुए पुरस्कृत
बुनियादी प्रशिक्षण के दौरान आउटडोर व इन्डोर ज्ञान के साथ-साथ दीक्षांत परेड समारोह में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले नौजवानों के उत्साहवर्धन हेतु मुख्य अतिथि आईजी अंकित गर्ग ने उन्हें पुरस्कृत किया। दीक्षांत परेड समारोह के बाद पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय के नवनिर्मित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग हाल का उद्घाटन रेंज आईजी के कर कमलों से किया गया।

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