शासकीय अस्पतालों की कमियों को दूर करके देंगे नया स्वरूप-श्याम बिहारी जायसवाल स्वास्थ्य मंत्री पहुंचे शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय संबद्ध जिला अस्पताल


अंबिकापुर। छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के मंत्री श्याम बिहारी मंडल सोमवार को सरगुजा जिले में भ्रमण करेंगे। असिस्टेंट से सामान्य चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि अस्पताल के लिए फाइनेंस फंड की जरूरत होगी, दिया जाएगा। कार्डियो और रेडियोलॉजी विभाग में किसी प्रकार की समस्या न हो, इसके लिए आवश्यक सुरक्षा की आवश्यकता है। विशेषज्ञ वैज्ञानिकों की कमी दूर की जाएगी। छह माह में परिचय की स्थिति बदलेगी नजर। उन्होंने कहा कि जिस दिन निजी निजी तौर पर मरीज़ों के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल आने वाले छात्र-छात्राएँ आते हैं, उस दिन वे समझेंगे कि यहाँ बेहतर चिकित्सा सुविधा का लाभ लेने के उद्देश्य से मरीज़ों तक पहुँच रहे हैं। उनकी कोशिश प्रदेश भर के कर्मियों को रेफरल सेंटर के नाम से मुक्त करना होगा।
श्याम बिहारी बटलर ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री के शपथ ग्रहण के बाद उन्होंने पहली बार मेकाहारा अस्पताल का निरीक्षण किया था। इसके बाद एक सप्ताह में चार मेडिकल कॉलेजों का नामकरण कर दिया गया। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सरगुजा संभाग का अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज महत्वपूर्ण केंद्र है, यहां पड़ोसी राज्यों से भी इलाज के लिए लोगों का आना होता है। बच्चों को लेकर आने वालों के विवरण में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा जुड़ी हुई हैं। ऐसे में इस परियोजना को सर्वसुविधायुक्त बनाया जाएगा। सिद्धांत, प्रमाण पत्र, डॉक्टर, कर्मचारी जैसे जो भी कमी होगी, उसे दूर कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि हॉस्पिटल में न्यूरोलॉजिस्ट की कमी को दूर करने के लिए मेडिकल कॉलेज के डीन को निर्देशित किया गया है। राज्य स्तर पर निजीकरण की कमी को दूर करने के लिए समिति बनी हुई है। समिति क्षेत्र के संभाग में व्याप्त कमियों का आलडन होगा, इसे दूर करने की पहल की जाएगी। ट्रामा सेंटर में उपकरण की कमी सामने आ रही है, इसे भी दूर कर दिया गया है। स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी मिर्ज़ा ने जिला अस्पताल एवं मेडिकल कॉलेज से संबद्ध जिला अस्पताल एवं मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण किया

जिले में निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य मंत्री ने भर्ती भर्ती से बात की और अस्पताल में मिलने वाली भर्ती की जानकारी सीधे भर्ती से ली। वे काउंटर, काउंटर काउंटर, एसोसिएशन सदस्य, ट्रॉमा सेंटर, आपातकालीन चिकित्सा परिसर सहित विभिन्न इकाइयों का निरीक्षण किया गया। इसके बाद उन्होंने मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण किया। यहां मेडिकल के छात्र-विद्यार्थियों से लैब में सीधी मुलाकात की और पढ़ाई के संबंध में चर्चा की जाती है। स्वास्थ्य मंत्री ने मेडिकल कॉलेज प्रबंधन और अर्थशास्त्र प्रबंधन की बैठक ली। बैठक में मेडिकल कॉलेज के अधिष्ठाता डॉ. रमनेश मूर्ति, संयुक्त विशेषज्ञ स्वास्थ्य डॉ. ओपीएसआई और सीएमबेश डॉ. आरएन गुप्ता ने जिले में उपलब्ध चिकित्सा सुविधाएं, श्रमिकों की दवाएं, कोविड प्रबंधन की तैयारी और मानव संसाधन की जानकारी दी।
बच्चों से अच्छा व्यवहार करें, उन्हें मिले सबसे अच्छा माहौल
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि लोकतंत्र में स्वच्छता सुनिश्चित करें। शौचालयों में सुधार की आवश्यकता है, पानी की व्यवस्था करना, असाध्य या खराब सामग्री को परिसर से हटाना, जिससे आने वाले लोग और उनके स्वजन अस्पताल परिसर में अच्छी अनुभूति प्राप्त कर सकें। उन्होंने डूबे के माध्यम से डिज्नी की आपूर्ति के पॉलीट प्रोजेक्ट के लिए सरगुजा के चयन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत की। उन्होंने कहा कि अस्पताल में आने वाले मरीजों से अच्छा व्यवहार करें, जिससे उन्हें बेहतर माहौल मिले। सेवा भाव के साथ व्यापारी का इलाज करें। दिवालियापन उद्यम पर उद्यम चिकित्सक एवं नर्स वफादारी के साथ अपने दायित्वों का दायरा बढ़ाएं, जिससे मित्र को किसी प्रकार की आर्थिक तंगी या परेशानी न हो। बैठक के दौरान सरगुजा जिले के तीन विधानसभाओं के विधायकों सहित सार्वभौम एवं वास्तुविदों की टीमें उपस्थित रहीं। अस्पताल के वार्डों में बिस्तर पर बिछे हुए जादूगरों को देखने के लिए अस्पताल के वार्डों में रहने वाले नाराज
विधायकों को देखने गए।
उन्होंने कहा कि वार्ड में कम मरीज होने के बाद भी बिस्तर में जादूगर के सामान रखकर रखे गए हैं। स्वास्थ्य मंत्री का स्टाफ बना हुआ है, इस दौरान ऐसी स्थिति बनी हुई है, बाकी समय में क्या स्थिति रहेगी। इस पर ड्यूटी नर्स ने पहले तो कहा था साफा चांदनी दिए गए हैं। एक दिन में बिस्तर पर जादूगर के चित्र को दिखाते हुए कहा गया कि मरीज के आने पर बिस्तर का चक्र बदल दिया जाता है। इस दौरान दोनों ने वार्ड में भर्ती से बातचीत करके मीटिंग वाली स्वास्थ्य सुविधा की भी जानकारी ली।

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