कांग्रेसी चिंतामणि, जल्द हो जायेंगे भाजपा के महाराज

फाईल फोटो

कुसमी/कांग्रेस के सामरी से विधायक चिंतामणि महाराज के भाजपा प्रवेश की संभावना लगभग अब स्पष्ट हो चुकी है। सब दिन, तिथि और समय का इंतजार सबको है, यह कयास लगाया जा रहा है की संभवतः 31 अक्टूबर को चिंतामणि महाराज कांग्रेस का साथ छोड़कर भाजपा का दामन थाम सकते हैं। चिंतामणि महाराज अपने परिवार वालों के साथ हेलीकॉप्टर से श्रीकोट के लिए पहुंचे हैं। छत्तीसगढ़ में भाजपा नेताओं द्वारा प्रयोग की जा रही हेलीकॉप्टर से चिंतामणि महाराज श्रीकोट पहुंचे, जहां उनके समर्थकों के साथ भाजपा के सामरी विधानसभा चुनाव के प्रभारी गौरी शंकर अग्रवाल, भाजपा के वरिष्ठ नेता केदार गुप्ता सहित भाजपा के अन्य पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने उनका फूल मालाओं से स्वागत किया।

आज की घटना से चिंतामणि के भाजपा प्रवेश की संभावना को पूर्ण माना जा रहा है। यह वही हेलीकॉप्टर है जिससे 22 अक्टूबर को भाजपा के पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल व भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष विष्णु देव साय श्रीकोट पहुंचे थे। कांग्रेस से मौजुदा विधायक रहे चिंतामणी के सामरी विधानसभा से टिकट कटने के बाद लगातार नराज़गी की खबर आ रही थी, इतना ही नहीं टिकट कटने के पूर्व भी इन्होंने अपना एक विडियो वायरल कराया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि जनता बोल रही है कि इतना अच्छा कार्य करने वाले विधायक का यदि टिकट कटेगा तो हम सब चुनाव का बहिष्कार करेंगे। आखिरकार कांग्रेस ने इनका टिकट काट ही दिया और नाराज़ चिंतामणि से मिलने भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल श्रीकोट आ धमके। हालांकि इस दौरान चिंतामणी नफा-नुकसान की बात करते देखे गये, लेकिन आज जब भाजपा के द्वारा उपयोग किये जा रहे हेलीकॉप्टर से चिंतामणि श्रीकोट पहुंचे तो यह स्पष्ट हो गया है कि चिंतामणि भाजपा जा चुके हैं, बस कुछ औपचारिकतायें बाकी है।


हालांकि भाजपा के लिये चिंतामणि कितना फायदेमंद होंगे यह तो समय बतायेगा, किन्तु चिंतामणि जिस परिवार से आते हैं, वे जिनके पुत्र हैं आदिवासी समुदाय में खासकर कंवर जनजाति के गुरू के रूप में प्रसिद्ध गहिरा गुरू का सरगुजा संभाग में बड़ा नाम है और लगभग प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में उनके अनुवाई रहते हैं। हालांकि गहिरा आश्रम एवं संस्था का संचालन बभ्रुवाहन महाराज के द्वारा किया जाता है, किन्तु चिंतामणि भी गहिरा गुरू के पुत्र हैं, इस लिहाज़ से भाजपा जशपुर, बलरामपुर एवं सरगुजा जिले के कंवर वोटों को हासिल करने चिंतामणि को वोटिंग से ठीक पहले अपने पाले में लाने में लगभग कामयाब हो गई है। चिंतामणि के भाजपा प्रवेश की अधिकृत घोषणा के साथ ही कुछ सीटों में राजनीतिक समीकरण बदल जायेंगे। चिंतामणि मास लिडर नहीं हैं, लेकिन यदि दो-चार हजार वोट भी कुछ विधानसभा क्षेत्रों में उनके भाजपा प्रवेश से प्रभावित हुआ तो कुछ सीटों पर राजनीतिक समीकरण बदल जायेगी और भाजपा के लिये सीट बढ़ने की संभावना प्रबल होगी।
चिंतामणि महाराज ने भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल से मुलाकात के बाद कहा था कि सरगुजा से लोकसभा चुनाव में टिकट देने के बात कही गई है। वहीं चिंतामणि महाराज की भाजपा में जाने की संभावनाओं को शुक्रवार के घटनाक्रम ने और हवा दे दी, जब भाजपा बलरामपुर जिला उपाध्यक्ष ओमप्रकाश सोनी ने चिंतामणि महाराज के साथ उनके परिवार के सदस्यों को लेकर श्रीकोट आ रहे हेलीकॉप्टर के उतरने की अनुमति जिला निर्वाचन अधिकारी से ली। यह पत्र सोशल मीडिया में तेजी से प्रसारित होने लगा साथ ही चिंतामणि महाराज के भाजपा प्रवेश की अटकलों को अब विराम लग चुका है और बस इंतजार है उस तारीख और दिन का जब अधिकृत रूप से कांग्रेसी चिंतामणि महाराज, भाजपा के महाराज कहलायेंगे। बहरहाल यह चिंतामणि महाराज का पुराना परिवार है, जहां पर वे पूर्व में संस्कृत बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में भाजपा सरकार में राज भोग चुके हैं। अपने पुराने परिवार में आपसी कर फिर से वे कुछ नया करने की तैयारी में हैं।

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *