छत्‍तीसगढ़:चार दशक बीजेपी में बिताकर दिग्‍गज नेता ने थामा कांग्रेस का दामन

रायपुर- चार दशक तक भाजपा के साथ रहे छत्‍तीसगढ़ के दिग्‍गज आदिवासी नेता नंद कुमार साय ने आज मुख्‍य मंत्री भूपेश बघेल समेत कई वरिष्‍ठ नेताओं की उपस्थि‍ति में कांग्रेस का दामन थाम लिया है। सीएम भूपेश बघेल ने साय को पार्टी की सदस्‍यता दिलाई। वह दिल्‍ली से लौटकर सीधे राजीव भवन रायपुर पहुंचे थे, जहां पहुंचते ही उनका धमाकेदार स्‍वागत किया गया। पूर्व राष्‍ट्रीय जनजाति आयोग के अध्‍यक्ष रहे नन्‍द कुमार साय ने रविवार को बीजेपी अध्‍यक्ष अरुण साव को सभी पदों से स्‍तीफा सौंपा था। वहीं स्‍तीफे के बाद एक विडियो जारी कर बीजेपी पर उपेक्षा का आरोप लगाया था।

जनसंघ के समय से बीजेपी जुड़े नन्‍द कुमार साय दिग्‍गज आदिवासी नेता है, साथ ही सभी वर्गों में उनकी स्‍वीकार्यता रही है। वह तीन बार लोकसभा सांसद रहे और नरेन्‍द्र मोदी सरकार में राष्‍ट्रीय जनजाति आयोग के अध्‍यक्ष रहे हैं। इस मौके पर मुख्‍यमंंत्री भूपेश बघेल नेे नन्‍द कुमार साय की तारीफ करते हुए कहा कि साय का जीवन सादगीपूर्ण है।

नन्‍द कुमार साय का राजनीतिक सफर-

1977-79 और 1985-89: सदस्य, मध्य प्रदेश विधान सभा (दो कार्यकाल)

1977-78 और 1986-88: सदस्य, विशेषाधिकार समिति, मध्य प्रदेश विधान सभा

1978-79: अध्यक्ष, अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों के कल्याण संबंधी समिति, मध्य प्रदेश विधान सभा

1988-89: सदस्य, अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों के कल्याण संबंधी समिति, मध्य प्रदेश विधान सभा

1989-1991: मध्य प्रदेश में रायगढ़ (लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र) से नौवीं लोकसभा सदस्य । अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों के कल्याण संबंधी समिति

1990-91: सदस्य, वित्त मंत्रालय की सलाहकार समिति सदस्य, गृह मंत्रालय की सलाहकार समिति

1996–97: सदस्य, ग्यारहवीं लोकसभा (दूसरा कार्यकाल), मध्य प्रदेश में रायगढ़ (लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र) से

2000-2004: सदस्य, छत्तीसगढ़ विधान सभा

2004-2009: सदस्य, चौदहवीं लोकसभा (तीसरा कार्यकाल) – सदस्य, छत्तीसगढ़ में सरगुजा (लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र) से। निजी सदस्यों के विधेयकों और प्रस्तावों पर समिति सदस्य, ऊर्जा 2004 पर समिति, सदस्य, सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के लिए सलाहकार समिति

अगस्त 2009: राज्यसभा के लिए निर्वाचित

जून 2010: राज्यसभा के लिए फिर से निर्वाचित।

अगस्त 2010 – मई 2014 और सितंबर 2014 आगे: सदस्य, कोयला और इस्पात संबंधी समिति अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों के कल्याण सितम्बर.

2014 आगे: सदस्‍य, सामाजिक न्‍याय और अधिकारिता संबंधी समिति सदस्‍य, पटल पर रखे गए पत्रों संबंधी समिति। 28 फरवरी 2017 को, नंद कुमार साय ने राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष के रूप में पदभार ग्रहण किया।

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *