व्यस्त रही महतारी…डॉयल-112 में गूंजी किलकारी रास्ते में स्वस्थ प्रसव के बाद जच्चा-बच्चा को पहुंचाया अस्पताल


अंबिकापुर- सरगुजा जिले के थाना कमलेश्वरपुर क्षेत्र अंतर्गत ग्राम माडियाकोना निवासी प्रसव पीडि़ता महिला ने 02 मई 2023 को डॉयल-112 में स्वस्थ्य बच्ची को जन्म दिया। जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ्य हैं, जिन्हें रास्ते में प्रसव के बाद बेहतर उपचार सुविधा के लिए नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती करा दिया गया है। ऐसे में देखा जाए तो डॉयल 112 के पॉयलट और सहयोगी सिर्फ किसी सूचना पर विवाद का निपटारा करने या अशांति फैलाने वालों को न सिर्फ थाना पहुंचाने का काम कर रहे हैं, अपितु मौके की नजाकत को भांपते हुए कभी घायलों को तो कभी गर्भवती या बीमारों को अस्पताल पहुंचाकर उनकी जीवनरक्षा का नेक प्रयास भी कर रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक दो मई को लगभग 10:31 बजे कमलेश्वरपुर थाना क्षेत्र के माडियाकोना की महिला सुमित्रा बाई को प्रसव पीड़ा होने की सूचना सी-4 रायपुर के माध्यम से कमलेश्वरपुर थाने में तैनात डॉयल-112 ईआरव्ही कमलेश्वरपुर शेर-1 को प्राप्त हुई थी। डीपीसीआर ने इसे गंभीरता से लिया और तत्काल आपातकालीन सहायता उपलब्ध कराते हुए डॉयल-112 ईआरव्ही को गांव की ओर रवाना किया। संजीवनी 108 व महतारी 102 एक्सप्रेस एंबुलेंस के व्यस्त होने की स्थिति में पीडि़त महिला को डॉयल-112 ईआरव्ही में स्वजन व मितानिन के साथ बैठाकर अविलंब कमलेश्वरपुर स्वास्थ्य केंद्र के लिए रवाना किया गया, किंतु बीच रास्ते में प्रसव पीड़ा बढ़ गई और ईआरव्ही में ही पीडि़ता के स्वजन, मितानिन एवं 112 में तैनात कर्मवीरों के सहयोग से सुरक्षित प्रसव कराया गया। प्रसव उपरांत डॉयल-112 ईआरव्ही के कर्मवीरों ने जच्चा-बच्चा दोनों को कमलेश्वरपुर स्थित चिकित्सालय में उपचार हेतु भर्ती कराया है। बता दें कि सरगुजा पुलिस महानिरीक्षक राम गोपाल गर्ग व पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता के मार्गदर्शन में नोडल अधिकारी डॉयल-112 विवेक शुक्ला एवं डीपीसीआर सरगुजा के निर्देशन में डॉयल-112 सरगुजा के कर्मवीरों द्वारा जिले के आम नागरिकों तक त्वरित सहायता उपलब्ध कराने का निरंतर कार्य किया जा रहा है। मंगलवार को प्रसव पीडि़ता को राहत पहुंचाने की गई पहल में डीपीसीआर डॉयल-112 सरगुजा व कमलेश्वरपुर शेर-1 ईआरव्ही में तैनात कर्मवीर आरक्षक 92 अमित टोप्पो एवं चालक 479 कैलाश यादव का सराहनीय योगदान रहा।


माह में एक-दो ऐसे केस आते हैं सामने-


डॉयल 112 के प्रभारी राजेश पाठक ने बताया हर माह एक-दो ऐसे केस सामने आते हैं, जिसमें डॉयल-112 के कर्मवीरों के द्वारा महतारी एंबुलेंस के पहुंचने का इंतजार किए बिना पीडि़ता को जल्द से जल्द स्वास्थ्य सुविधा मिले, इसकी पहल की जाती है। परिस्थितियां रास्ते में प्रसव की भी बनती है। मितानिन व प्रसव पीडि़ता के स्वजनों के सहयोग से सुरक्षित प्रसव कराने के बाद संबंधित महिला को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र तक पहुंचाया जाता है।


डॉयल-112 को आते देख खिले चेहरे-


प्रसव पीडि़ता सुमित्रा बाई का गांव ब्लॉक मुख्यालय मैनपाट, कमलेश्वरपुर से लगभग 20 किलोमीटर दूर है। डॉयल-112 के साथ जब पॉयलट कैलाश यादव व आरक्षक अमित टोप्पो जब पीडि़ता के दरवाजे तक वाहन लेकर पहुंचे, तो इनके स्वजनों में खुशी की लहर दौड़ गई। प्रसव पीडि़ता की कराह को भूलकर वे अस्पताल जाने के लिए तैयार रखे गए सामानों को डॉयल 112 में रखने लगे। मौके पर मौजूद मितानिन भी इनकी मदद कर रही थी।

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