पुलिस महानिरीक्षक ने सूरजपुर जिले का वार्षिक निरीक्षण किया

आईजी ने प्रोत्साहन पुरस्कार के साथ कमियां पाने पर लगाई फटकार, अर्थदंड से दंडित किया

अंबिकापुर। पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा रेंज अंकित गर्ग ने सूरजपुर जिला का वार्षिक निरीक्षण किया। रक्षित केन्द्र में परेड की सलामी ली और मार्च पास्ट एवं स्कॉट ड्रिल कराया। परेड के दौरान उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले जवानों को नगद ईनाम से पुरस्कृत किया गया। निरीक्षण के दौरान कार्य में लापरवाही पाए जाने पर वाहन शाखा प्रभारी उन्होंने फटकार लगाई। आईजी ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय के समस्त शाखाओं के कार्यों का निरीक्षण किया। पुलिस दरबार में अधिकारी/कर्मचारियों की गुजारिश सुनी।

पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा रेंज अंकित गर्ग 28 जून को सूरजपुर जिला का वार्षिक निरीक्षण करने पहुंचे। सर्वप्रथम उन्होंने रक्षित केंद्र सूरजपुर में परेड की सलामी ली और परेड का निरीक्षण किया। परेड निरीक्षक दौरान प्रत्येक अधिकारी-कर्मचारियों के टर्नआउट पर उनकी नजर रही और टोलीवार परेड कराया। परेड में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले अधिकारी, कर्मचारियों को नगद पुरस्कार देकर प्रोत्साहित किया गया। वार्षिक निरीक्षण दौरान रेंज आईजी द्वारा शासकीय वाहनों का निरीक्षण कर वाहन चालक, आरक्षकों का समय-समय पर नेत्र परीक्षण कराने, समय पर वाहनों का सर्विसिंग कराने और वाहन के बेहतर रख-रखाव के निर्देश दिए।

आईजी ने रक्षित केंद्र के वाहन शाखा का निरीक्षण करके शासकीय वाहनों की अद्यतन स्थिति, रख-रखाव एवं लॉक बुक सहित उनके दस्तावेजों का विस्तृत अवलोकन किया। इस दौरान रिकॉर्ड संधारण में त्रुटियां, कमियां पाए जाने पर रक्षित निरीक्षक एवं वाहन शाखा प्रभारी को फटकार लगाई और अर्थ दंड से दंडित किया। इस दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संतोष महतो, सीएसपी एसएस पैंकरा, एसडीओपी सूरजपुर नंदिनी ठाकुर, एसडीओपी प्रतापपुर अरूण नेताम, एसडीओपी प्रेमनगर नरेन्द्र सिंह पुजारी, एसडीओपी ओड़गी राजेश जोशी, डीएसपी अजाक पीडी कुजूर, डीएसपी रितेश चौधरी, डीएसपी मुख्यालय महालक्ष्मी कुलदीप, आईजी स्टेनो पुष्पेन्द्र शर्मा, रीडर सुभाष ठाकुर के अलावा जिले के थाना-चौकी प्रभारी व अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे।

आर्म्स शाखा, स्टोर शाखा एवं मैग्जीन रूम का निरीक्षण
रक्षित केंद्र के स्टोर शाखा में रखे सामग्रियों के रख-रखाव एवं सही समय पर जवानों को वितरण करने के आईजी ने निर्देश दिए एवं अन्य उपयोगी उपकरणों को समय-समय पर मरम्मत कराने एवं मेंटनेन्स कराने के निर्देश दिए। आर्म्स शाखा का निरीक्षण कर हथियारों को सुरक्षित रखने तथा नियमित रूप से साफ-सफाई व मेंटेन रखने हेतु आवश्यक निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने मैग्जीन रूम, एनडीपीएस का मालखाना का भी निरीक्षण किया।

एसपी कार्यालय के विभिन्न शाखाओं में पहुंचे आईजी
पुलिस महानिरीक्षक अंकित गर्ग रक्षित केंद्र सूरजपुर का निरीक्षण करने उपरांत पुलिस अधीक्षक कार्यालय का निरीक्षण किए। इस दौरान कार्यालय के विभिन्न शाखाओं के कार्यों का बारीकी से अवलोकन करते हुए रिकॉर्ड संधारण एवं कार्यालयीन कार्यों में लापरवाही, खामियां पाई और रेंज आईजी द्वारा संबंधित शाखा प्रभारियों को फटकार लगाते हुए अर्थ दंड से दंडित किया गया।

दरबार में अधिकारी-कर्मचारियों की सुनी समस्याएं
पुलिस महानिरीक्षक अंकित गर्ग के मार्गदर्शन एवं उमनि/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सूरजपुर एमआर आहिरे के नेतृत्व में रक्षित निरीक्षक अशोक गिरी द्वारा रक्षित केंद्र सूरजपुर में पुलिस दरबार का आयोजन किया गया। दरबार में पुलिस अधिकारी, कर्मचारियों से रूबरू होते हुए रेंज आईजी द्वारा उनकी समस्याओं को सुना गया। अधिकारी-कर्मचारियों द्वारा दरबार में स्थानांतरण की समस्या को पेश किया। एक जवान के द्वारा रक्षित केंद्र में पानी की उपलब्धता के लिए ओव्हर हेड टैंक निर्माण कराने की गुजारिश की, जिस पर आईजी द्वारा निर्माण की प्रक्रिया पर जल्द कार्रवाई कराने की बात कही।

नवीन कानून के धाराओं की दी गई जानकारी
पुलिस महानिरीक्षक द्वारा दरबार के दौरान उपस्थित पुलिस अधिकारी-कर्मचारियों को अपने थाना क्षेत्र में हाट बाजार, स्कूल कॉलेज सहित भीड़-भाड़ वाले जगहों पर शिविर आयोजित कर आम नागरिकों के बीच नवीन कानून से संबंधित धाराओं के प्रति लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि नवीन कानून भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, भारतीय साक्ष्य अधिनियम के तहत किसी भी प्रकरण में एफआइआर से लेकर कोर्ट के अंतिम निर्णय तक की पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन होगी, इलेक्ट्रॉनिक तरीके से शिकायत दर्ज करने के तीन दिन के भीतर एफआइआर दर्ज करने का प्रावधान है।

समंस को इलेक्ट्रानिक माध्यम से तामिल कराने की प्रक्रिया कैसे की जानी है इसके बारे में बताया। सात साल से अधिक सजा के मामलों में फॉरेसिंक जांच अनिवार्य है, साथ ही महिला एवं नाबालिग के यौन उत्पीड़न के मामलों में शामिल आरोपियों के विरुद्ध सख्त वैधानिक कार्रवाई एवं संगठित अपराधों की स्पष्ट पारदर्शिता हेतु नए कानून लागू होने, आपराधिक प्रवृति के व्यक्तियों के लिए सख्ती एवं आम नागरिकों को न्याय की ओर ले जाने वाले कानून विषयक जानकारी दी। नए कानून के लिए जारी एसओपी का अवलोकन करने एवं अधीनस्थों को उसके बारे में अवगत कराने, सीसीटीएनएस ऑपरेटरों का प्रशिक्षण आयोजित कराने के निर्देश दिए।

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