बिहार को स्पेशल पैकेज अथवा विशेष राज्य का मिले दर्जा

जद(यू) राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में लिये गये कई अहम फैसले, 2025 बिहार विधानसभा की तैयारी तो वहीं 2024 में झारखण्ड में प्रत्याशी उतारने पर भी विचार

नई दिल्ली/जनता दल-यूनाईटेड की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक और उसमें लिये गये फैसलों से मोदी सरकार को आगामी दिनों में टेंशन हो सकती है। दरअसल 2025 में होने वाले बिहार के विधानसभा चुनाव में पार्टी की स्थिति एवं तैयारियों की समीक्षा को लेकर राष्ट्रीय कार्यकारिणी की विशेष बैठक बुलाई गई थी। जिसमें 2024 में झारखण्ड में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिये भी पार्टी द्वारा मजबूती से प्रत्याशी उतारने को लेकर भी फैसले लिये गये हैं। वहीं जनता दल-यूनाईटेड की बैठक में बिहार के लिये विशेष पैकेज अथवा विशेष राज्य का दर्जा दिये जाने की मांग का प्रस्ताव पारित किया गया है, जिसे सुलझाना आगामी समय में केन्द्र के लिये बड़ा सिरदर्द हो सकता है। फिलहाल केन्द्र में भाजपा की सरकार जद(यू) के समर्थन एवं भरोसे पर है, जिसके पास लोकसभा की 12 सीटें हैं।

ऐसी परिस्थिति में 2025 में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव पर जनता दल-यूनाईटेड के विशेष राज्य का दर्जा अथवा स्पेशल पैकेज के प्रस्ताव की चर्चा चुनाव के दौरान होना लाज़मी है, यदि इस पर कुछ खास पहल केन्द्र की तरफ से नहीं हुआ तो चुनाव में इसका खामियाजा भी भुगतना पड़ सकता है। अब देखना यह होगा कि केन्द्र की भाजपा गठबंधन सरकार के भरोसेमंद साथी नीतीश कुमार के फैसले एवं प्रस्ताव पर मोदी की गारण्टी कितना काम करेगी।

वहीं जद(यू) के राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में केंद्र सरकार ये यह मांग की गई है कि अन्य पिछड़ा वर्ग, अत्यंत पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लिए उच्च आरक्षण को नौवीं अनुसूची में शामिल किया जाये।

जद (यू) राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में राज्य सभा सांसद संजय कुमार झा को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया

अगर बात की जाये बिहार की तो 243 विधानसभा सीटों वाली इस असेम्बली में वर्तमान में भाजपा के पास 74, राष्ट्रीय जनता दल के पास 75, जनता दल यूनाईटेड के पास 43, कांग्रेस के पास 19 सहित अन्य के पास कई सीटें हैं। जबकि बिहार में वर्तमान में नितीश कुमार मुख्यमंत्री हैं और जनता दल यूनाईटेड के पास मात्र 43 सीटें हैं इसके बावजुद 74 सीटें जीतने वाली भाजपा ने नेतृत्व की जिम्मेदारी उन्हें दे रखी है। ऐसे में 2025 का विधानसभा चुनाव कई मायनों में बिहार के लिये दिलचस्प होगा। ये यह भी तय करेगा कि 43 सीटों वाली जनता दल यूनाईटेड 43 के आगे बढ़ पायेगी अथवा भाजपा वहां पर और सीटें हासिल कर जनता दल यूनाईटेड से आगे निकलेगी। बिहार का यह चुनाव कई मायनों में अहम होगा, जिसका इंतजार चुनावी विशेलषकों को काफी समय से है। वहीं दूसरी ओर प्रशांत किशोर भी इस चुनाव में खेल कर सकते हैं, जिस पर सबकी नज़रे टिकी रहेंगी। फिलहाल जनता दल यूनाईटेड के राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में लिये गये फैसले का कितना प्रभाव केन्द्र की सरकार पर पड़ेगा यह देखना दिलचस्प होगा।

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