अदाणी समूह क़े एफपीआई खाते सीज होने से एक लाख करोड़ डूबे : बिकवाली से कंपनी क़े शेयरों में बड़ी गिरावट, लोअर सर्किट लगाना पड़ा

अदाणी समूह क़े तीन बड़े विदेशी निवेशक पोर्टफोलियो ( एफपीआई ) खाते सीज होने की खबरों से सोमवार को शेयर बाजार में भूचाल आ गया। निवेशकों ने समूह की सभी कंपनियों में जबरदस्त बिकवाली की और कारोबार क़े दौरान लोअर सर्किट लगाना पड़ा, जिससे समूह की 1.03 लाख करोड़ की पूंजी डूब गई। बाद में समूह की ओर से बयान जारी होने पर शेयरों की गिरावट में सुधार आया।
इससे पहले मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया कि नेशनल सिक्योरिटीज डिपाजिटरी लिमिटेड ( एनएसडीएल ) ने अदाणी समूह की चार कंपनियों में 57,019 करोड़ रूपये लगाने वाले तीन विदेशी फंडो अलबुला इन्वेस्टमेंट फंड, क्रेस्टा फंड और एपीएमएस इन्वेस्टमेंट फंड क़े खाते सीज कर दिए हैं। यह कार्यवाई नियमों का पालन नहीं करने पर हुईं और फिलहाल ये फंड कोई नई प्रतिभूति खरीद या बेज नहीं सकेंगे। रिपोर्ट का खुलासा होने क़े बाद निवेशकों में डर फ़ैल गया और कंपनी क़े शेयरो की बिकवाली शुरू कर दी। कारोबार क़े दौरान शेयरो में 25 % तक गिरावट से बाजार पूंजी 1.03 लाख करोड़ घट गई। बाद में सुधार क़े साथ शेयर 57 हज़ार करोड़ क़े नुकसान पर बंद हुए।

एफपीआई की बड़ी हिस्सेदारी : रिपोर्ट क़े मुताबिक, तीनों एफपीआई खाते मोरिशस की राजधानी पोर्ट लुइस में पंजीकृत हैं। इनका अदाणी इंटरप्राइजेज में संयुक्त रूप से 6.82 % अदाणी ट्रांसमिशन में 8.03 % अदाणी टोटल गैस में 5.92 % और अदाणी ग्रीन में 3.58 % हिस्सा है। कारोबार क़े दौरान अदाणी इंटरप्राइजेज क़े शेयर 24.99 %, अदाणी ग्रीन 4.13 % और अदाणी टोटल गैस 5 % टूटे। अदाणी ट्रांसमिशन और अदाणी पॉवर में भी 5 फीसदी तक गिरावट आई।

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