एसटी-एससी समाज द्वारा आरक्षण के उप वर्गीकरण का विरोध

तहसील चौक पर लोगों ने किया सांकेतिक धरना प्रदर्शन,

राष्ट्रपति और राज्यपाल के नाम तहसीलदार उदयपुर को सौंपा ज्ञापन

उदयपुर/सुप्रीम कोर्ट द्वारा एसटी एससी वर्ग के आरक्षण में उप वर्गीकरण लागू करने की बात कहे जाने के विरोध में एसटी एससी समाज ने 21 अगस्त को भारत बंद का आयोजन किया।

इसी के समर्थन में तहसील कार्यालय उदयपुर चौक पर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन आयोजित किया गया। इस धरना प्रदर्शन में वक्ताओं ने सभा को संबोधित करते हुए आरक्षण में उप वर्गीकरण का विरोध किया।

गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के जिलाध्यक्ष नवल सिंह वरकड़े और साल्ही सरपंच विजय कुमार कोर्राम ने कहा कि आरक्षण में उप वर्गीकरण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और इसे निरस्त नहीं करने की दशा में आंदोलन को और तेज किया जाएगा।

वक्ताओं ने आगे कहा कि एसटी-एससी समाज के हितों की रक्षा के लिए यह आवश्यक है कि आरक्षण में कोई भी बदलाव न किया जाए। उन्होंने सरकार से मांग की कि वह सुप्रीम कोर्ट के फैसले को निरस्त करे और एसटी-एससी वर्ग के आरक्षण को सुरक्षित रखे।

कार्यक्रम में काफी संख्या में आदिवासी समाज के लोग मौजूद रहे और उन्होंने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। आयोजकों ने कहा कि अगर सरकार ने उनकी मांगें नहीं मानी तो वे आंदोलन को और तेज करेंगे।

उन्होंने कहा कि एसटी-एससी समाज के हितों की रक्षा के लिए वे किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं। इस धरना प्रदर्शन के माध्यम से एसटी एससी-समाज ने अपनी एकता और संघर्ष को दिखाया है। उन्होंने सरकार को संदेश दिया है कि वे अपने हितों की रक्षा के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं।

कार्यक्रम में नवल सिंह बरकडे जिलाध्यक्ष गो० गोंगपा सरगुजा, रामजीत सिंह आरमोर ब्लाक अध्यक्ष उदयपुर, विजय कोर्राम सरपंच साल्ही, समल सिंह अर्माे, मनोहर सिंह उईके, मोहे लाल उईके, महेश कुसरा,तेजू राम पोर्ते, बनकेश्वर टेकाम, हरि बरकडे, सुनेन्द्र सिंह, वरकडे, राजीव मरकाम, ठाकुर पोर्ते, देवल सरोटिया, खेम सिंह पोर्ते, संगीता श्याम, मधू श्याम, राधा श्याम, रामलखन कोर्राम, श्रवण वरकड़े, धन साय पोर्ते, मनसाय कुसरो, सुखनंदन पोर्ते, ठाकुर राम वरकड़े इत्यादि शामिल रहे।

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