कुसमी में भारत बंद का व्यापक प्रभाव देखने का मिला

कुसमी/सुप्रीम कोर्ट के द्वारा एसटी-एससी आरक्षण में वर्गीकरण करते हुए क्रीमीलेयर के संबंध में लिये गए निर्णय का विरोध करते हुए सर्व आदिवासी समाज के द्वारा आज भारत बंद का आवाहन किया गया था।

कुसमी में आदिवासी समाज के इस बंद का व्यापक प्रभाव देखने को मिला। स्कूल, कॉलेज, बाजार, व्यवसायिक प्रतिष्ठानें भी बंद रहे। इस दौरान सायं 4 बजे के बाद केवल छोटे व्यवसायिक प्रतिष्ठान जैसे ठेला, गुमटी ही खुले।

ज्ञात हो कि 20 अगस्त को सर्व आदिवासी समाज कुसमी द्वारा एसडीएम को ज्ञापन सौंप कर भारत बंद की तैयारी करते हुए कुसमी में घुम-घुम कर सभी से अपिल की थी कि वे इस बंद को अपना समर्थन दे, जिसका असर आज 21 अगस्त को देखने को मिला।

इस महीने की शुरुआत में सुप्रीम कोर्ट ने एक फैसले में अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति वर्ग के कोटे में उप कोटा दिए जाने को मंजूरी दी थी।

कोर्ट ने कहा था कि एसटी-एससी कैटेगरी के भीतर एक नई सब कैटेगरी बना सकते हैं और इसके तहत अति पिछड़े तबके को अलग से रिजर्वेशन दे सकते हैं।

जिसके बाद से एसटी-एससी वर्ग में इस फैसले को लेकर नाराज़गी है और यहीं कारण है इसे लेकर देशभर में 21 अगस्त को बंद का आह्वान किया गया था। कुसमी में इसका असर देखा गया।

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