स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने 24 दिन हड़ताल के बाद अस्पतालों में दी आमद


हड़ताल के कारण आवश्यक सेवाओं पर प्रभाव पड़ने की बन रही थी स्थिति
अंबिकापुर। स्वास्थ्य कर्मचारियों की पिछले 24 दिनों से चल रही अनिश्चितकालीन हड़ताल छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री एवं प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री से हुई मुलाकात के बाद समाप्त हो गई है। इस निर्णय के बाद सरगुजा के स्वास्थ्य कर्मचारी अपने-अपने काम पर वापस लौट गए हैं। स्वास्थ्य कर्मचारी के कार्य पर लौटने से बेहाल स्वास्थ्य व्यवस्था अब धीरे-धीरे पटरी पर आने लगी है।
छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य फेडरेशन के अनुसार राज्य सरकार द्वारा घोषणा पत्र में उल्लेखित स्वास्थ्य के क्षेत्र में कार्यरत कर्मियों की वेतन विसंगति सुधारने, मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री द्वारा कोविड में तैनात अमले को विशेष कोरोना भत्ता देने, वेतन विसंगति से जूझ रहे कई कैडर के स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारी, नर्सिंग कैडर की वेतन विसंगति दूर करना शामिल हंै। राज्य सरकार ने आज तक समस्या का हल करने प्रयास नहीं किया है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर पिंगवा कमेटी बनी थी, जिसकी रिपोर्ट चार साल बाद भी सार्वजनिक नहीं की गई है। डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मियों के साथ लगातार हिंसात्मक घटनाएं हो रही हैं। घटनाओं पर लगाम लगाने ठोस कार्रवाई व विभागीय एफआइआर दर्ज होनी चाहिए, साथ ही डॉक्टर को चार स्तरीय वेतनमान देने, जूनियर डॉक्टर के स्टाइपंड में वृद्धि की मांग को लेकर छत्तीसगढ हेल्थ फेडरेशन के बैनर तले स्वास्थ्य विभाग के विभिन्न संगठन 21 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए थे। मामले में रायपुर धरनास्थल में मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि मंडल पहुंचा और लंबी चर्चा के बाद हड़ताल समाप्त कर ड्यूटी पर लौटने का निर्णय लिया। इसके बाद सरगुजा के स्वास्थ्य कर्मचारी अपने-अपने कार्य पर वापस लौट गए हैं।

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