अम्बिकापुर/विश्व तम्बाकू निषेध दिवस पर सरस्वती शिक्षा महाविद्यालय सुभाषनगर, नवा बिहान एवं सरगुजा के सामाजिक संस्थाओं के द्वारा नशा मुक्ति के लिये जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्जवलन एवं पुष्पांजलि द्वारा हुआ।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि पुलिस अधीक्षक सरगुजा विजय अग्रवाल ने कहा कि सभी को पहले स्वयं एवं अपने घर को नशा मुक्त बनाने का संकल्प लेना होगा। इसके बाद ही आप दूसरों को प्रेरित कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि युवाओं में नशा आजकल तेजी से बढ़ रहा है और यह कई तरह का है। हमें यह समझना जरूरी है कि नशा एक बीमारी ही नहीं बल्कि एक मानसिक विकृति है और जो इसका सेवन करते हैं उनमें कई तरह के बदलाव आ जाते हैं जो समाज के लिये घातक है। नशा करने से सिर्फ वह व्यक्ति ही प्रभावित नहीं होता जो इसका सेवन करता है अपितु समस्त परिवार, बच्चे, बुढ़े आदि परिवार के सभी इस नशा के प्रभाव से पीड़ित हो जाते हैं। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि मैं यहां उपस्थित समस्तजनों से अनुरोध करता हूं कि आज हम यहां विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर उपस्थित हुए हैं इस दिवस के उद्देश्य को हम जरूर पूरा करें।
तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के जिला नोडल अधिकारी एवं कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि डॉ. शैलेंद्र गुप्ता ने कहा कि यह समस्या सिर्फ भारत देश के ही नहीं पूरे विश्व में आज फैल चुकी है जिसे रोकने के लिए अथक प्रयास किया जा रहा है। नशा में सबसे विषैले पदार्थ के रूप में तंबाकू को माना जाता है, जो इसका सेवन एक बार किया उसे बाद में रोकना बहुत कठिन हो जाता है। तंबाकू हमारे शरीर में विभिन्न भागों को प्रभावित करता है और यदि डीएनए को यह प्रभावित करता है तो कैंसर बन सकता है जिससे लोगों की जान चली जा सकती है। 2013 में 170 देश में इस पर रिसर्च किया गया कि यह एक वैश्विक परेशानी है जिसे रोकना अति आवश्यक है इसलिए इस दिवस पर हम लोगों को जागरूक करना चाहिए कि इन सभी पदार्थों का सेवन न करें।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए ब्रह्मकुमारी विद्या दीदी ने इस विषय पर बताया कि नशा आज हमारे देश में सबसे बड़ी समस्या हो गई है जिससे हमारा देश विकास नहीं कर पा रहा है। जो व्यक्ति नशा करता है वह व्यक्ति सिर्फ प्रभावित न होकर जो उनसे जुड़े होते हैं, सभी प्रभावित होते हैं, मेरा मानना है कि जो व्यक्ति स्वयं से प्रेम नहीं करते हैं, वहीं नशा करते हैं। सुश्री वंदना दत्ता ने बीएड के प्रशिक्षणार्थियों को कहा कि आप शिक्षक बनेंगे और यह अच्छी बात है कि आप नशा पर लोगों को जागरूक कर रहे हैं। आपके यह संदेश और पढ़ाने से निश्चित ही बदलाव आयेगा। समाजसेवी मंगल पांडे ने कहा कि आज से मैं यह संकल्प लिया है हूं कि मैं नशा नहीं करूंगा और न ही किसी और को करने दूंगा और आप सभी भी ये संकल्प ले की अपने आस पास के समस्तजनों को भी नशा मुक्त करना है। कार्यक्रम के अंत में महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. श्रद्धा मिश्रा के द्वारा किया यह बताया आज विश्व स्तर पर नशा एक महामारी का रूप ले रहा है जिसे जो व्यक्ति नशा करता है, वह स्वयं तो प्रभावित होता ही है और साथ ही साथ परिजन भी प्रभावित होते हैं जिससे राष्ट्र का विकास नहीं हो पाता। उन्होंने बी.एड. द्वितीय सेमेस्टर के प्रशिक्षणार्थियों को भी इस विषय पर जागरूक होने को कहा उन्होंने कहा कि आप सभी एक भावी शिक्षक बनने वाले हैं। इसलिए आपको इस विषय पर जागरूक होना और लोगों को भी जागरूक करना होगा।
कार्यक्रम के दौरान बीएड् प्रशिक्षणार्थियों ने कई गीत, नुक्कड़ नाटक के माध्यम से नशा से समाज एवं परिवार में होने वाली परेशानियों को बताया। इस दौरान मुख्य अतिथि एसपी सरगुजा के द्वारा बी.एड. प्रथम सेमेस्टर के प्रथम स्थान, द्वितीय स्थान, तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रशिक्षणार्थियों को प्रगति पत्र, पुस्तक व पेन देकर उनके उज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी गई।
कार्यक्रम में अनिल मिश्रा निर्देशक, छत्तीसगढ़ प्रचार एवं विकास संस्थान, विजय शंकर तिवारी, अधिवक्ता, एम सिद्दीकी, जन शिक्षण संस्थान, सुश्री निधि शुक्ला, शियती फाउंडेशन, अंचल ओझा, सरगुजा साइंस ग्रुप, श्रीमती अमृता जायसवाल एवं सरस्वती तिवारी, गायत्री परिवार, निखिलानंद, बी.के.उमा, विवेक सिंह सचिव भूतपूर्व छात्र संघ, कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती रानी रजक समस्त शैक्षिक कर्मचारी एवं अशैक्षिक कर्मचारी द्वितीय सेमेस्टर के प्रशिक्षणार्थियों की उपस्थिति रही। विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर प्राचार्य डॉ. श्रद्धा मिश्रा के मार्गदर्शन एवं कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती रानी रजक के नेतृत्व में बी.एड. द्वितीय सेमेस्टर के प्रशिक्षणार्थियों द्वारा नशा मुक्ति के लिए नाटक, पोस्टर, नृत्य की प्रस्तुति दी गई। सहायक प्राध्यापक श्रीमती प्रीति साहू, श्रीमती स्वाति शर्मा, श्रीमती प्रियलाता जायसवाल, मिथलेश कुमार गुर्जर तथा अशैक्षणिक कर्मचारी श्रीमती गोल्डन सिंह, नितेश कुमार यादव, सुंदर राम की उपस्थिति रही।