भाजपा प्रवेश तभी, जब अम्बिकापुर विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया जायेगा : चिंतामणि महाराज

कुसमी/कांग्रेस से टिकट कटने के बाद सामरी विधायक चिंतामणि महाराज ने अपनी स्थिति साफ करते हुए कहा है कि अगर भाजपा उनकी शर्तों को मानती है तो वे भी उनके बातों पर विचार कर सकते हैं पर बीजेपी ऐसा करेगी नहीं, क्योंकि भाजपा से वर्ष 2008 में भी बृजमोहन अग्रवाल और राम विचार नेताम ने मुख्यमंत्री के तरफ से मेरे समक्ष आकर कई वायदे किए थे कि अगले बार आपके लिए एक सीट आप जहां चाहेंगे पक्की है पर जब वादा पूरा करने का समय आया तो वे मुकर गए तो अब कैसे दुबारा उन पर भरोसा कर लूं। आज श्रीकोट में एक धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होने भाजपा के वरिष्ठ नेता और विधायक बृजमोहन अग्रवाल पहुंचे थे, वहां उन्होंने इस कार्यक्रम के बहाने सामरी विधायक चिंतामणि से भाजपा प्रवेश को लेकर बातचीत की है, हालांकि अब तक स्पष्ट नहीं हुआ है कि चिंतामणि का रुख क्या होगा।

विदित हो आज श्रीकोट में गहिरा गुरु के साधना स्थल श्रीकोट पहाड़ी के बीच माता काली की 31 फीट ऊंची मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा तथा गहिरा गुरु की धर्मपत्नी मां पूर्णिमा की साधना स्थल पर उनकी समाधि का अनावरण कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। जिसमें शामिल होने भाजपा की वरिष्ठ नेता व विधायक बृजमोहन अग्रवाल हेलीकॉप्टर से कुसमी पहुंचे। कुसमी से कार द्वारा श्रीकोट बृजमोहन अग्रवाल, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय सहित कई भाजपा नेता पहुंचे। इस कार्यक्रम में बलरामपुर जिला से काफी संख्या में भाजपा के वरिष्ठ नेता तथा सामरी की प्रत्याशी उद्धेश्वरी पैकरा, पूर्व विधायक सिद्धनाथ पैंकरा भी पहुंचे। जिसको लेकर कयास लगाया जा रहा था कि आज ही चिंतामणि भाजपा में शामिल हो जाएंगे, किन्तु कयास पर विराम लगा है, आज दिन भर कुसमी में चिंतामणि के भाजपा में शामिल होने को लेकर काफी चर्चा होती रही। दोनों नेताओं के बीच कार्यक्रम स्थल पर ही करीब आधा घंटा से अधिक समय तक बात हुई, इस दौरान दोनों नेता के समर्थक भी मौजूद रहे। बातचीत के दौरान चिंतामणि महाराज ने भाजपा में शामिल होने से पूर्व कुछ शर्ते रखी है, चिंतामणि से बैठक के बाद बृजमोहन अग्रवाल रायपुर वापस लौट गये हैं।

वापस जाने से पहले बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि मैं यहां एक धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होने आया था चिंतामणि के साथ जो हुआ है, वह गलत हुआ है, काँग्रेस ने इनके साथ अन्याय किया है, पत्रकारों के सवाल पर कहा कि अब इसका न्याय कांग्रेस पार्टी ही करेगी, चिंतामणि दुखी हैं, हम उनके दुख में भागीदार बनने आए हैं, वैसे भी चिंतामणि महाराज भाजपा के विचारों से पहले ही सहमत हैं और आगे भी होंगे भाजपा ज्वाइन को लेकर अग्रवाल ने कहा कि इस बारे में चिंतामणि महाराज से ही पूछ लीजिए।

राजनीतिक रोटी सेंकना होगा तभी आये बृजमोहन : चिंतामणि

चिंतामणि महाराज ने कहा कि आज काली माता की 31 फीट ऊंची मूर्ति का प्राण प्रतिष्ठा था तथा मेरे माता जी के समाधि का अनावरण कार्यक्रम था। जिसमें अपने संत समाज के जिला जशपुर, सरगुजा, बलरामपुर, झारखंड एवं जहां-जहां अपने संस्था के लोग रहते हैं वहां से आए थे और मेरे को लगता है कि बृजमोहन जी को भी पता चला होगा की श्रीकोट में कार्यक्रम हो रहा है, क्योंकि हम राजनीतिक लोग लोग हैं तो कहीं ना कहीं जहां मौका मिलता है राजनीतिक रोटी सेकना चाहते हैं, वहां किसी न किसी बहाने पहुंच जाते हैं, आज भी वहीं हुआ होगा। उन्हें पता चला होगा सोचे होंगे चलो वहां चलते हैं और माहौल गर्म होगा तो उसका कुछ लाभ लेंगे, लेकिन ऐसा कुछ बात नहीं है।

लोकसभा में टिकट देंगे चिंतामणि
चिंतामणि महाराज ने कहा की बृजमोहन बोले कि आप भाजपा में आ जाइये, हम लोकसभा में आपको टिकट देंगे पर मैं कहता हूं आगे का कौन जानता है, यही बीजेपी भटगांव विधानसभा में रवि शंकर त्रिपाठी जी के आकस्मिक मृत्यु के बाद वहां उपचुनाव के दौरान बृजमोहन अग्रवाल और राम विचार नेताम दोनों मुख्यमंत्री के तरफ से आए थे, हमारे समाज के लोग भी थे, उनके सामने बोले थे कि आप इस उप चुनाव में काम कीजिए, आपको आपके लिए जो भी स्थान है, वह कुर्सी आपके लिए खाली है आपको दिया जाएगा। लेकिन ऐसा हुआ नहीं और आज बोल रहे हैं कि 6 माह बाद लोकसभा में टिकट देंगे तो हम कैसे भरोसा कर सकते हैं।

बृजमोहन जी का आना व्यर्थ हो गया के सवाल पर चिंतामणि महाराज ने कहा व्यर्थ या सार्थक तो नहीं कह सकते हैं हम कुछ विषय रखे हैं, अगर वे स्वीकार करेंगे तो फिर उनके बातों पर मैं भी विचार करूंगा। भाजपा में जाने के सवाल पर चिंतामणि महाराज ने कहा कि ये तो भाजपा के ऊपर है वो क्या चाहते हैं। शर्तें मानेंगे तो हम भी विचार करेंगे मेरे को नहीं लगता की वे शर्त मानेंगे।

आगे चिंतामणि महाराज ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने हमको टिकट नहीं दिया है तो हम अभी शांत रहेंगे और शांत मन से सोचना है आगे क्या करना है? और हमारे कांग्रेस पार्टी को हमारे लायक सहयोग का अपेक्षा होगा तो पार्टी का सहयोग भी करेंगे। कांग्रेस उम्मीदवार विजय पैंकरा तो अभी तक मेरे पास सहयोग मांगने नहीं आए हैं। अगर वह सहयोग मांगने आएंगे तो आवश्यक सहयोग करूंगा।

अब जैसे-जैसे चुनावी समय नजदीक आयेगा। इस पार्टी से उस पार्टी में नाराज़ लोगों का आना-जाना चलेगा, किन्तु आज की बातचीत में चिंतामणि किन शर्तों पर भाजपा में शामिल होगें या फिर कांग्रेस में ही यथावत बने रहेंगे। यह आने वाली भविष्य में पता चल सकेगा। हालांकि चिंतामणि महाराज ने अंबिकापुर विधानसभा सीट से टिकट की मांग रखी है पर इस बात पर भाजपा कितना तैयार होगी यह समय बतायेगा।

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