पुलिस से बचने बस स्टैंड आने के बाद कबीर आश्रम के पास बनाया था ठिकाना
अंबिकापुर। बस स्टैंड में स्थित पुलिस सहायता केंद्र की पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए अवैध मादक पदार्थ गांजा की तस्करी करते दो अंतर्राज्यीय आरोपियों सहित तीन को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से 50 किलोग्राम अवैध गांजा बरामद किया गया, जिसकी कीमत लगभग साढ़े सात लाख रुपये है। कार्रवाई पुलिस अधीक्षक सरगुजा के निर्देशन में नशे के तस्करों पर नकेल कसने चलाए जा रहे नवाबिहान अभियान के तहत की गई है। गांजा की तस्करी में लगे लोग रायगढ़ जिले के लैलूंगा से गांजा लेकर बस में सवार होकर अंबिकापुर के अंतर्राज्यीय बस अड्डा पहुंचे थे। यहां से उत्तर प्रदेश जाने की तैयारी थी, इसके पहले पुलिस की गिरफ्त में आ गए।
पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा रेंज राम गोपाल गर्ग ने संभाग के सभी पुलिस अधीक्षकों को अपने जिले में नशे के तस्करों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। इसी क्रम में सरगुजा पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता के निर्देशन में जिले में अवैध मादक पदार्थों की खरीद-बिक्री करने वाले तस्करों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है और अवैध मादक पदार्थों पर प्रभावी नियंत्रण हेतु अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विवेक शुक्ला एवं नगर पुलिस अधीक्षक स्मृतिक राजनाला, पुलिस अनुविभागीय अधिकारी (ग्रामीण) अखिलेश कौशिक के नेतृत्व में विभिन्न थाना क्षेत्रों में विशेष टीम के माध्यम से नशीली वस्तुओं के तस्करों पर नजर रखने सूचनातंत्र को मजबूत किया गया है, जिसके सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं। बुधवार को प्रतीक्षा बस स्टैंड के पुलिस सहायता केंद्र प्रभारी सहायक उप निरीक्षक अभिषेक पांडेय ने वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में मुखबिर से मिली सूचना पर बस स्टैंड के पीछे कबीर आश्रम के पास कुछ संदिग्धों को घेराबंदी करके पकड़ा और बड़ी मात्रा में अवैध मादक पदार्थ गांजा जब्त किया। संदेहियों ने पूछताछ करने पर अपना नाम प्रमोद प्रधान निवासी लैलूंगा रायगढ़, बबलू पटेल एवं कलेक्टर विंद दोनों निवासी भदोही उत्तरप्रदेश का होना बताया। इनकी तलाशी लेने पर कुल 50 किलोग्राम अवैध मादक पदार्थ गांजा मिला। आरोपियों के विरुद्ध धारा 20 (सी), 29 एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्रवाई कर इन्हें न्यायिक रिमांड में भेज दिया है। कार्रवाई में सहायक उपनिरीक्षक अभिषेक पांडेय, संदीप सिंह, आरक्षक शाहबाज अंसारी, अतुल सिंह, सीनू फिरदौसी, मंटू गुप्ता, साइबर सेल से आरक्षक अशोक यादव व नगर सैनिक सुनील गुप्ता शामिल रहे।
पुलिस की नजर से बचने की तरकीब काम नहीं आई
आरोपियों ने आधा क्विंटल गांजा पर पुलिस की नजर न पडऩे पाए और वे संदेह के घेरे में न आएं इसलिए अंबिकापुर के बस अड्डा में पहुंचने के बाद बस स्टैंड के पीछे कबीर आश्रम के आसपास ठिकाना बनाया। उत्तर प्रदेश की ओर जाने वाली बस के लिए इन्हें लंबा इंतजार करना पड़ता और गांजा के साथ बस स्टैंड में टिके रहना खतरनाक साबित हो सकता था। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मामले में गिरफ्तार लैलूंगा निवासी प्रमोद प्रधान आदतन अपराधी है। वह पूर्व में भी गांजा तस्करी के मामले में जेल जा चुका है। अब वह उत्तर प्रदेश के तस्करों के सााि मिलकर काम कर रहा था।