स्वास्थ्य कर्मचारी रहे हड़ताल पर…हमर लैब में जांच कराने चक्कर काटते रहे बीमार


अंबिकापुर। प्रांतीय निकाय के आह्वान पर छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ जिला शाखा सरगुजा के स्वास्थ्य कर्मचारी लंबित मांगों के समर्थन में 15 फरवरी को सामूहिक रूप से ऐच्छिक अवकाश लेकर 24 सूत्रीय मांगों के निराकरण हेतु घड़ी चौक में एकत्र हुए और सभा का आयोजन कर जमकर नारेबाजी की। वक्ताओं ने कहा उनकी मांगें बहुत पुरानी हैं। प्रदेश में सरकार बदल गई पर उनकी मांगों की ओर ध्यान देने वाला कोई नहीं है। कई कर्मचारी मांगों के पूरी होने की प्रत्याशा में हर छोटे-बड़े आंदोलन में साथ देते सेवानिवृत्त और दिवंगत हो गए। आज भी ऐसी ही निराशाजनक स्थिति बनी हुई है। इन्होंने लंबित मांगों को पूरा करने के लिए जिला प्रशासन के माध्यम से प्रदेश मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव सहित अन्य जिम्मेदारों को ज्ञापन पत्र प्रेषित किया है।
स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों की हड़ताल का असर शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय से संबद्ध जिला रघुनाथ चिकित्सालय में भी देखने को मिला। हाल में उद्घाटित हमर लैब में मुख्य जांच घर मेें ताला लटका था। दूर-दराज से पहुंचे पीडि़त ओपीडी में चिकित्सक को दिखाने के बाद जांच के लिए सेंपल देने लैब पहुंचे, तो पता पड़ा कोई सेंपल लेने वाला नहीं है। सिर्फ भर्ती मरीजों का सेंपल जांच के लिए लिया जा रहा था। गर्भवती महिलाओं को भी लैब में जांच की सुविधा नहीं मिल पाई। अस्पताल के दवा वितरण कक्ष का दारोमदार नए महिला कर्मचारी, वार्ड ब्वाय संभाल रहे थे। दवा खिड़की तक लंबी कतार लगी थी। दवा के लिए लंबी लाइन में लगने के बाद कई मरीजों को पूरी दवा नहीं मिलने का मलाल था। इन हालातों के बीच अस्पताल की चरमराई व्यवस्था की तस्वीर ही सामने आ रही थी।
दो घंटे इंतजार के बाद पता चला जांच संभव नहीं
नमनाकला से आई मितानिन शांति देवी ने बताया कि वह प्रसूता को जांच कराने के लिए लेकर आई थी, लेकिन हमर लैब के जांच घर में ताला बंद है। पूछने पर बताया गया कि सिर्फ भर्ती मरीजों का जांच रिपोर्ट दिया जा रहा है। सूरजपुर जिले के संजयनगर की सविता मंडल अपने साथ गर्भवती पायल बछाड़ को लेकर आई थी। उसने बताया कि मंगलवार को वह जांच कराने के लिए पायल को लेकर चिकित्सक के पास पहुंची थी। चिकित्सक ने प्रसव का समय करीब बताया था और आवश्यक जांच कराने कहा था। मंगलवार को चिकित्सक में दिखाने में काफी विलंब हो गया था, वहीं लैब में काफी भीड़ होने के कारण वह प्रसूता को लेकर घर चली गई थी। बुधवार को 11 बजे लैब में चिकित्सक की पर्ची लेकर जांच कराने सेंपल देने पहुंची तो हमर लैब में सामने से ताला बंद था। अंदर लैब के काउंटर में काफी भीड़ थी, यहां से लोग जांच रिपोर्ट ले रहे थे। दो घंटे इंतजार के बाद वह काउंटर तक पहुंच पाई और पर्ची कर्मचारी को दिया तो उसने कह दिया आज जांच नहीं हो पाएगा। लैब में मौजूद कर्मचारी से दूर से आने का हवाला देकर जांच के लिए सेंपल लेने का आग्रह उन्होंने किया, लेकिन जानकारी कर्मचारी के नहीं होने की बात कही गई। सविता मंडल का कहना था चिकित्सक ने प्रसव का समय नजदीक बताया है। प्रसव पीड़ा बढऩे पर दिक्कत की स्थिति बन सकती है। ऐसे ही अन्य कई मरीजों को बुधवार को बिना जांच कराए उल्टे पांव वापस लौटना पड़ा।

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