बलरामपुर। बुधवार की रात पटवारी के साथ एक शिक्षक द्वारा नामांतरण कराने की बात पर विवाद के बाद बारात में अंबिकापुर से आए परिचितों द्वारा नगर के पुराना बस स्टैंड व एक घर में घुसकर पटवारी व घर मालिक, महिलाओं से की गई मारपीट का मामला दूसरे दिन भी तूल पकड़े रहा। घटना को लेकर पुलिस गुरूवार से ही एलर्ट थी। काफी उहापोह की स्थिति के बीच शोर-शराबा बंद होने के बाद गिरफ्तार किए गए आठ आरोपियों को गुरूवार की शाम को ही न्यायिक रिमांड में पुलिस ने भेज दिया था। इधर घटना के विरोध में नगर बंद कर रामानुजगंज विधायक बृहस्पत सिंह की उपस्थिति में शुक्रवार को बलरामपुर के पुराने कलेक्टोरेट चौक के पास धरना-सभा का आयोजन किया गया, जिसमें विधायक ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए। धरना की समाप्ति के बाद दुकानें खुलीं। धरना-सभा के बाद चार सूत्रीय मांग को लेकर मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया।
धरना के दौरान सभा को संबोधित करते हुए विधायक बृहस्पत सिंह ने पुलिस पर जमकर निशाना साधा और अवैध वसूली के आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि जब-जब अत्याचार, अन्याय हुआ है बलरामपुर के लोगों ने एकजुट होकर उसका मुकाबला किया है। उन्होंने एलेक्स पाल मेनन एवं जगदीश सोनकर के नाम का जिक्र करते हुए कहा कि दोनों आइएएस अफसरों ने मनमाना तरीके सेे बलरामपुर शहर के लोगों की भावनाओं के विरुद्ध अतिक्रमण के नाम पर शहर में तोडफ़ोड़ किया, जिसके विरुद्ध हम लोगों ने आवाज उठाई थी। अपने संबोधन में उन्होंने पुलिस पर कई गंभीर वसूली के आरोप लगाए और कहा थाना एवं चौकियों को बेचा जा रहा है। मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को सौंपे गए ज्ञापन में दोषियों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई, पीडि़तों के विरुद्ध दर्ज मामले को शून्य घोषित करने व जिस थाना प्रभारी के द्वारा फर्जी मामला पंजीबद्ध किया गया है उसे निलंबित करने, पुलिस अधीक्षक को यहां से स्थानांतरित, बर्खास्त करने की मांग की गई है। इस दौरान काफी संख्या में नगर वासी उपस्थित थे।
एसपी को 5 लाख रुपये महीना वसूल कर देने का आरोप
विधायक बृहस्पत सिंह ने धरना-प्रदर्शन के दौरान पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने एक सब इंस्पेक्टर का नाम लेते हुए कहा सड़क से पांच लाख रुपये महीना वसूली करके पुलिस अधीक्षक को देने के बाद उसने बताई थी और कहा था कि कुछ अपने को भी तो मिलना चाहिए। विधायक ने कहा पुलिस मार खाने वाले और मारने वाले दोनों से पैसा लेकर धारा बढ़ाने एवं कम करने के नाम पर रुपये लेती है। उन्होंने थाना व चौकी बिकने का आरोप लगाते हुए कहा कि बड़ा पुलिस थाना पांच लाख, छोटा थाना चार लाख, उससे छोटा थाना 3 लाख और पुलिस चौकी 2 लाख रुपये में बिक रहा है।
गिरफ्तार आरोपियों को भेजा जेल
बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आठ आरोपियों के विरुद्ध फिलहाल धारा 147, 148, 294, 323, 506, 458, 34 आईपीसी की धारा के तहत मामला पंजीबद्ध कर कल देर शाम ही न्यायालय पेश किया गया जहां से उन्हें जेल दाखिल कर दिया गया।