तेजस के बाद अब 150 ट्रेनों और 50 रेलवे स्टेशनों को प्राथमिक बनाने की तैयारी में सरकार | राज्यों – समाचार हिंदी में

तेजस के बाद अब 150 ट्रेनों और 50 रेलवे स्टेशनों को प्राथमिक बनाने की तैयारी में सरकार

.भारतीय रेलवे भर्ती 2019:
निक्शनल पोस्ट, निकाली डिटेल पर

नीति आयोग (Niti Aayog) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) अमिताभ कांत ने रेलवे बोर्ड के चेयरमैन विनोद कुमार यादव को इस बारे में एक लेटर लिखा है, जिसमें 150 ट्रेनों और 50 रेलवे स्टेशनों के निजीकरण करने की जिक्र है।

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  • आखरी अपडेट:
    10 अक्टूबर 2019, सुबह 8:44 बजे IST

नई दिलवाली केंद्र सरकार ने देश के रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों के निजीकरण की प्रक्रिया तेज कर दी है। देश की पहली निजी सेमी-हाई स्पीड ट्रेन तेजस (तेजस एक्सप्रेस) को पहली मेट्रो ट्रेन बनाने के बाद अब भारतीय रेलवे 50 रेलवे स्टेशनों और 150 ट्रेनों को निजी हाथों में सौंपने की तैयारी कर रहा है। नीति आयोग (Niti Aayog) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) अमिताभ कांत ने रेलवे बोर्ड के चेयरमैन विनोद कुमार यादव को इस बारे में एक लेटर लिखा है, जिसमें 150 ट्रेनों और 50 रेलवे स्टेशनों का निजीकरण करने / जिक्र है।

नीति आयोग ने रेलवे बोर्ड को इस संबंध में पत्र लिखा है।

400 रेलवे डाक को विश्व स्तर का बनाने का लक्ष्य

रेलवे बोर्ड के चेयरमैन के नाम लेटर में नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने लिखा- ‘जैसा कि आप पहले से जानते हैं कि रेल मंत्रालय ने पैसेंजर ट्रेनों के संचालन के लिए निजी ट्रेन यात्रियों को लाने का फैसला किया है और पहले चरण में 150 मिलियन टन है। कर इसके तहत लेने का विचार कर रहा है। ‘ नीति आयोग के इस लेटर में 400 रेलवे स्टेशनों को वर्ल्ड क्लास बनाए जाने के लक्ष्य का भी जिक्र है।इंपावर्ड ग्रुप ऑफ सेक्रेट्रीज का सुझाव भी दिया

पत्र में नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने 6 पासपोर्ट के निजीकरण के अनुभव का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि इसी तरह का काम रेलवे के लिए भी किया जा सकता है। उन्हें इसके लिए एक इंपावर्ड ग्रुप ऑफ सेक्रेट्रीज बनाने का सुझाव दिया गया है। इसमें नीति आयोग के सीईओ, चेयरमैन रेलवे बोर्ड, सेक्रेटरी डिपार्टमेंट ऑफ इकोनोमिक अफेयर्स, सेक्रेटरी मिनिस्ट्री ऑफ हाउसिंग एंड अर्बन अफेयर्स को शामिल करके टाइम बाउंड प्रक्रिया के तहत काम को आगे बढ़ाने की बात कही गई है।

मेक माई ट्राइ, इंडिगो और श्पाइसजेट ने दिखाई जीएसपी

तेजस के रूप में पहले मेट्रो ट्रेन चलने के बाद अब पर्यटन क्षेत्र की बड़ी कंपनियों में भी बीएसएपी दिखाना शुरू कर रहे हैं। मेक माई ट्रिप ने इसके लिए भारतीय रेलवे को एक प्रपोजल भेजा है। इसके अलावा प्रमुख एयरलाइंस कंपनियों इंडिगो और श्पाइसजेट ने भी भारतीय रेलवे को प्रपोजल भेजकर प्राथमिक ट्रेन चलाने में रेलगाड़ी दिखाई है। आंकड़ों के अनुसार रेलवे ने भी इस बात की पुष्टि की है।

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