कुल्हाड़ी से ताबड़तोड़ प्रहार कर गोदपुत्र के साथ सो रही पत्नी की ले ली जान जान बचाकर भागे पुत्र ने रिश्तेदार के यहां पहुंच दी घटना की जानकारी


अंबिकापुर। शराब के लिए पत्नी से आए दिन रुपये की मांग व विवाद करने वाले पति ने सो रही पत्नी पर कुल्हाड़ी से प्राणघातक हमला कर दिया, जिसमें उसकी मौत हो गई। बताया जा रहा है मृतका की कोई संतान नहीं थी, जिस कारण उन्होंने एक बच्चे को गोद लिया था। मासूम गोद पुत्र भी मां के पास सो रहा था, जो पिता के सिर में खून सवार देख जान बचाकर भागा। हत्या के बाद आरोपी पत्नी की सामान्य मौत होना पास-पड़ोस के लोगों को बताकर अंतिम संस्कार करने की तैयारी में लगा था, इसी बीच पहुंची पुलिस ने शव परीक्षण किया और आरोपी पति को गिरफ्तार कर लिया। घटना सरगुजा जिले के लखनपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम कोसगा में 14 मार्च सुबह की है।
पुलिस ने बताया लखनपुर थाना क्षेत्र के ग्राम कोसगा निवासी संतोष मुंडा व उसकी पत्नी बबीता मुंडा का मंगलवार की सुबह आपस में विवाद हुआ था। इसके बाद बबीता छह वर्ष के गोद पुत्र को लेकर कमरे में चली गई और पलंग पर सो रही थी। इस दौरान उसका पति संतोष आया और कुल्हाड़ी से अपनी पत्नी के ऊपर ताबड़तोड़ प्रहार करने लगा। बताया जा रहा है कि आरोपी पति संतोष शराब पीने का आदी है, जो आए दिन शराब पीने के लिए रुपये को लेकर पत्नी से विवाद करता था। घटना के समय मां के पास सो रहा मासूम बच्चा लहूलुहान मां को देखा वहां से भागते रिश्तेदार के घर पहुंचा, जिससे उसकी जान बचाई। उसने पिता के द्वारा मां पर कुल्हाड़ी से हमला करने की जानकारी रिश्तेदारों को दी। इधर घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी गांव में जाकर अपनी पत्नी की सामान्य मौत होने की बात लोगों को बताने लगा। उसने आनन-फानन में अपनी पत्नी के अंतिम संस्कार की तैयारी भी कर ली थी। इधर गोद पुत्र के द्वारा पिता के द्वारा मां के साथ किए गए कृत्य की पोल रिश्तेदारों के समक्ष खोल दी थी, उन्होंने बच्चे की बातों को सुनने के बाद इसकी सूचना तत्काल लखनपुर थाने में दे दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई, तो देखा कि आरोपी अपनी पत्नी के अंतिम संस्कार की तैयारी करते आसपास के लोगों को गुमराह कर चुका है। पुलिस ने शव परीक्षण किया तो रक्तरंजित अवस्था में उसकी पत्नी मिली। इसके बाद पुलिस ने आरोपी पति को हिरासत में ले लिया।
रिश्तेदार के पुत्र को लिया था गोद
आरोपी और मृतिका के कोई संतान नहीं थे। उन्होंने कुछ वर्ष पूर्व अपने रिश्तेदार के पुत्र को कम उम्र में ही गोद ले लिया था। मां की मौत के बाद छह वर्ष के पुत्र की स्थिति अनाथ जैसी हो गई है। बच्चा फिलहाल रिश्तेदारों के पास है।

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