एकेडमिक गतिविधियों को बढ़ावा देने दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी 29-30 को कुलपति ने कहा-15 देश से 252 शोध पत्र विश्वविद्यालय को प्राप्त

अंबिकापुर।-संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय द्वारा एकेडमिक गतिविधियों को बढ़ाने के लिए दूसरी बार दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन 29 व 30 अप्रैल 2023 को होटल वीरेंद्र प्रभा में किया गया है। संगोष्ठी में छत्तीसगढ़ के राज्यपाल व उच्च शिक्षा मंत्री के वर्चुअल शामिल होने की संभावना व्यक्त की जा रही है। दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी को लेकर की गई तैयारियों के संबंध में विवि के सभाकक्ष में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कुलपति प्रो.अशोक सिंह ने बताया कि यह विश्वविद्यालय का दूसरा अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी है, जिसका विषय एडवांसमेंट इन साइंस मैनेजमेंट टेक्नालॉजी, सोशल साइंस एंड ह्यूमिनिटीज है। इंटरनेशनल कांफ्रेंस के लिए ग्लोबल नॉलेज फाउंडेशन आईएनसी, यूएसए के साथ विश्वविद्यालय के द्वारा किए गए एमओयू से हुआ है, जिसे अमेरिकन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नालॉजी यूएसए के साथ मिलकर किया जा रहा है। इस अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी के स्पांसर यूनिवर्सिटी ऑफ मेरीलैंड ईस्टर्न शॉर यूएसए हैं। इसमें कुल 15 देश से 252 शोध पत्र विश्वविद्यालय को प्राप्त हुए हैं, जो कुल 440 आर्थास के द्वारा लिखे गए हैं। कुलपति ने बताया कि इसमें कुल 15 विशिष्ट व्याख्यान एक्सपर्ट के द्वारा दिए जाएंगे। विभिन्न देशों के छह विषय विशेषज्ञों के द्वारा एक्सपर्ट लेक्चर प्रस्तुत किए जाएंगे। अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी में नाइजीरिया, थाईलैंड, इथोपिया, उमान, यूके, यूएसए, मारिसस, अफ्रीका, बोटसवाना, चाइना, यूएई, कुवैत, कनाडा देश के शोधार्थी वर्चुअल माध्यम से अपने शोध पत्र का वाचन करेंगे। चयनित किए गए शोध पत्र स्प्रिंगर व एल्सेवियर जैसे अंतर्राष्ट्रीय शोध किताबों में छपेंगे। इसी तरह ऐबस्ट्रैक्ट तथा शोध पेपर यूएसए के नामी ग्लोबल जनरल ऑफ मॉडलिंग एंड इंटेलीजेंट कंप्यूटिंग, ग्लोबल जनरल ऑफ कंप्यूटर एंड इंजीनियरिंग टेक्नालॉजी, ग्लोबल रिव्यू ऑफ बिजनेस द टेक्नालॉजी में प्रकाशित किए जाएंगे। कुलपति प्रोॅ.अशोक सिंह ने कहा कि भारत के विभिन्न राज्यों दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, तमिलनाडु, मध्य प्रदेश, मेघालय, असम, तेलंगाना, उत्तराखंड, पंजाब से भी विद्यार्थियों और शोधार्थियों के रिसर्च पेपर विश्वविद्यालय को प्राप्त हुए हैं। पत्रवार्ता दौरान विश्वविद्यालय के जुनैद खान, एचएसपी टोंडे सहित अन्य उपस्थित थे।
बंद पड़ी गतिविधियों को दी गति
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अशोक सिंह ने बताया कि दो अगस्त 2021 को जब वे यहां पदस्थ हुए तो एकेडमिक गतिविधियां पूरी तरह से बंद थी, शोध बंद था, जिसे उन्होंने शुरू कराया। संत गहिरा गुरू विश्वविद्यालय की पूरी तरह से बिगड़ चुकी स्थिति को सुधारने का उन्होंने निरंतर प्रयास किया है। प्रोफेसरों के एरियर्स, कर्मचारियों का प्रमोशन रूके थे, जिसका समाधान उन्होंने प्राथमिकता देते हुए किया। भारत ही नहीं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कई बड़े विश्वविद्यालयों से एमओयू किए गए, ताकि एकेडमिक गतिविधियां निरंतर संचालित हों और इसका लाभ प्रोफेसर व विद्यार्थियों को मिल सके।
विजन, व्हील पॉवर की जरूरत
कुलपति प्रोफेसर अशोक सिंह ने कहा विश्वविद्यालय का संचालन सही तरीके से हो, उत्तरोत्तर प्रगति हो, इसके लिए विजन और व्हील पॉवर का होना जरूरी है। एक दशक पूर्व इस विवि में सारी गतिविधियां ठप थी। उन्होंने नौकरी में सहायक फिजिकल एजुकेशन की दिशा में भी प्रयास किया है। वर्तमान में विश्वविद्यालय में सात डिपार्टमेंट संचालित हैं, नए डिपार्टमेंट खोलने के लिए शासन से अनुमति मिले, इसके लिए वे प्रयासरत हैं। बातचीत के दौरान कुलपति विश्वविद्यालय की प्रगति में रोड़ा बने कुछ लोगों से खफा भी नजर आए।
सिटी ऑफिस का होगा संचालन
कुलपति प्रो. अशोक सिंह ने बताया कि भकुरा में निर्माणाधीन विश्वविद्यालय भवन का निर्माण कार्य प्रगति पर है। यूटिलिटी भवन, एकेडमिक भवन, लाइब्रेरी, ऑडिटोरियम हैंड ओवर कर दिए गए हैं। शासन से सड़क के लिए चार करोड़ रुपये मिला है। प्रयास है कि अगला इंटरनेशनल कांफ्रेंस विवि के नए भवन में हो। उन्होंने कहा कि वर्तमान में जहां संत गहिरा गुरू विश्वविद्यालय का कार्यालय संचालित है, इसे सिटी ऑफिस में तब्दील किया जाएगा, ताकि यहां से सूचनाओं का आदान-प्रदान हो सके।
हर साल करेंगे दो सेमीनार
कुलपति प्रोफेसर अशोक सिंह ने कहा कि उनकी योजना हर छह माह में इंटरनेशनल कांफ्रेंस करने की है, जिसमें अंतर्राष्ट्रीय अतिथियों को वर्चुअल शामिल किया जाएगा। कांफ्रेंस में होने वाले का इस्टीमेट 15 लाख रुपये रखा गया है। कुलपति ने कहा देश-विदेश के मेहमानों के आने-जाने में होने वाले अत्यधिक खर्च को देखते हुए इसे वर्चुअल संपादित किया जा रहा है। कुलपति ने अंतर्राष्ट्रीय कांफ्रेंस को छात्र व देशहित में उपयोगी बताया।

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