अतिक्रमण हटाने पहुंचे निगम अमले को झेलना पड़ा विरोध, एसडीएम सहित राजस्व अमला व पुलिस बल की काफी संख्या में रही मौजूदगी


मकान स्वामी ने पांच दिन के अंतराल में स्वयं अपने आशियाना को हटाने आश्वस्त किया

अंबिकापुर। सरकार बदलने के साथ शहर में अतिक्रमण हटाने की गतिविधि में तेजी आई है। चिन्हांकित स्थलों के साथ ही ऐसे कब्जे पर नजर रखी जा रही है, जो विवादित हैं या फिर न्यायालय की ओर से स्थगन मिला है। आचार संहिता हटने के बाद से ही अतिक्रमण हटाने की बड़ी कार्रवाई शहर में सरगुजा कलेक्टर के मार्गदर्शन व निर्देशन में चौतरफा चल रही है। कहीं शांतिपूर्वक अतिक्रमण हटाया जा रहा है, तो कहीं विवाद की स्थिति निर्मित हो रही है। जिला प्रशासन के साथ निगम व पुलिस प्रशासन के सहयोग से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई में आई तेजी के बीच शुक्रवार को शहर के सत्तीपारा व गंगापुर में विवाद की स्थिति बनने की सूचना मिल रही है। सत्तीपारा में शुक्रवार की सुबह नौ बजे तालाब के पास निर्मित एक मकान को जमींदोज करने के उद्देश्य से पहुंचा था। ढलाई के बाद इस मकान में लगे सेंटिं्रग प्लेट भी नहीं निकल पाया है। जेसीबी ने छत के हिस्से को तोड़ने की प्रक्रिया शुरू की थी, इस बीच विवाद की स्थिति निर्मित होने लगी। मौके पर एसडीएम व नगर निगम के राजस्व अमले के साथ पुलिस की काफी संख्या में मौजूदगी रही। इस दौरान तालाब के हिस्से को पाटकर अपने घर तक रास्ता ले जाने का आरोप भी लोगों ने लगाया और पहले इसे कब्जे से मुक्त कराने की बात कही। मौके पर काफी संख्या में मोहल्ले के लोग जुटने लगे थे। एक घंटे से अधिक चली मशक्कत के बाद नवनिर्मित मकान को नहीं तोड़ा गया। बताया जा रहा है कि स्वयं मकान स्वामी ने पांच दिवस के अंतराल में बनाए जा रहे आशियाना को तोड़ने के लिए आश्वस्त किया है। एसडीएम की मौजूदगी में इसका पंचनामा भी बनाया गया है।

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