कुसमी/बलरामपुर जिले के कुसमी से करीब 55 किलोमीटर दूर सामरी थाना क्षेत्र में नक्सलियों का गढ़ कहे जाने वाला क्षेत्र चुनचुना पुनदाग अंतर्गत भूताही कैम्प में एक सीएफ जवान ने खाना खाने समय मिर्ची मांगने पर नही दिए जाने से नाराज होकर फायरिंग कर दी।
जवान द्वारा अपने इंसास राइफल से अंधाधुंध फायरिंग किये जाने से गोली लगने पर एक जवान की मौके पर ही मौत हो गई। बताया जा रहा है कि दूसरे जवान की सदमे से मौत हो गई है।
वहीं गोली लगने से गार्ड कमाण्डर घायल हो गया साथ ही एक जवान के पीठ की तरफ गोली शरीर को छूते हुये पार हो गई जिससे उसे मामूली चोट आई हैं। इस घटना से पुलिस महकमे में शोक का माहौल व्याप्त है।
बलरामपुर एसपी राजेश अग्रवाल ने घटना की सूचना मिलते ही घटना स्थल पर पहुंच घटना की विस्तृत जानकारी ली।
जानकारी के मुताबिक, बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के झारखंड से लगे सरहदी क्षेत्र बूढ़ा पहाड़ चुनचुना पुंदाग के भुताही में नक्सली गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए सीएएफ का कैंप ग्राम भुताही में बनाया गया है।
भुताही कैंप में सीएएफ की 11 वीं बटालियन तैनात है। बुधवार सुबह करीब 11.30 बजे सीएएफ जवान अजय सिदार ने अपने साथियों पर इंसास सर्विस रायफल से अधाधुंध गोलियां चला दीं। गोली चलने की आवाज सुनकर भागकर मौके पर पहुंचे जवानों ने अजय सिदार को पकड़कर किसी तरह काबू में किया।
बताया गया हैं की गोली लगने से सीएएफ जवान रूपेश पटेल की मौके पर मौत हो गई। वहीं 11 वीं कम्पनी कमांडर अंबुज शुक्ला गंभीर रूप से घायल हो गए। तथा बटालियन के सिपाही संदीप पाण्डेय इस घटना से घबराकर बेहोश हो गए।
दोनों को उपचार के लिए कुसमी लाया जा रहा था। रास्ते में संदीप पांडेय ने भी सदमे में दम तोड़ दिया। घायल गार्ड कमांडर अंबुज शुक्ला को दोनों पैरों में गोली लगी है। जिन्हें घायल अवस्था में एम्बुलेंस से अंबिकापुर रेफर कर दिया गया हैं।
साथ ही बटालियन के सिपाही राहुल बघेल को भी गोली शरीर को छूते हुवें हवा में चल गई जिससे उन्हें मामूली चोट आई हैं जो पूरी तरह स्वस्थ हैं।
घटना की जानकारी लगते ही सामरी पुलिस सूचना पर तत्काल मौके पर पहुंच कर जवानों को उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर आयी।
घटना में गंभीर रूप से घायल अंबुज शुक्ला को कुसमी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्राथमिक उपचार के बाद अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया। घटना की सूचना पर बलरामपुर एसपी राजेश अग्रवाल ने घटनास्थल पर पहुंच घटना की पूरी जानकारी ली।
सीएएफ जवान ने साथियों पर क्यों गोली चलाई। इस बारे में अभी तक कोई आधिकारिक जानकारी सामने नही आई हैं पर मिली जानकारी के अनुसार खाना खाने के समय मिर्च नहीं देने के विवाद पर गोली चली है ऐसा बताया जा रहा है।
प्रारंभिक जांच में पता चला कि गोली चलाने वाला जवान अजय सिदार सीएफ कैंप में खाना खाने बैठा था। उसने खाना परोसने वाले जवान रूपेश पटेल से मिर्च मांगी थी। उसने मिर्च देने से मना कर दिया।
इसे लेकर दोनों में कहा-सुनी हो गई। गार्ड कमांडर अंबुज शुक्ला ने मिर्च नहीं देने वाले जवान का समर्थन किया एवं बहस की। इससे आक्रोशित होकर अजय सिदार खाना छोड़कर उठा एवं उसने अपनी इंसास रायफल उठा ली एवं रूपेश पटेल पर गोलियां दाग दी।
उसने अंबुज शुक्ला के पैरों में गोलियां मार दीं। इस दौरान राहुल बघेल ने अजय सिदार को पकड़कर काबू में किया।
बलरामपुर एएसपी शैलेश पांडेय (नक्सल ऑपरेशन) ने बताया कि गोली लगने से एक जवान की मौके पर मौत हो गई है। एक जवान शॉक लगने से गिर गया, उसे कुसमी लाया जा रहा था, जहां रास्ते में उसकी मौत हो गई। पीएम रिपोर्ट के बाद मौत के कारणों का पता चल सकेगा।