और जम्मू से डीएम के न्यायालय में ऑनलाईन पेश हुई फौजी की पत्नी

डीएम के न्यायालय में फौजी की पत्नी जम्मू से ऑनलाइन पेश हुई
प्रदेश का पहला न्यायालय, जहां कलेक्टर के न्यायालय से होने वाली सुनवाई का होता है लाइव प्रसारण


अंबिकापुर। न्यायालयीन कार्य में पारदर्शिता बनी रहे, इस उद्देश्य से कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी विलास भोसकर ने कोर्ट में चल रही गतिविधियों के ऑनलाइन प्रसारण की पहल की है। सरगुजा प्रदेश का पहला जिला है, जहां से कलेक्टर कोर्ट में चल रही कार्रवाई का ऑनलाइन प्रसारण होता है। इससे कोर्ट में उपस्थित नहीं हो पाने वाले आवेदकों को वीडियो कॉलिंग से शामिल होने की सुविधा मिल रही है। ऐसे आवेदक जो पेशी तिथि को स्वयं उपस्थित नहीं हो पाते हैं और अपने अधिवक्ता के माध्यम से प्रकरण न्यायालय में प्रस्तुत किए हैं, उन्हें पेशी तिथि को लिए गए निर्णय, प्रकरण की वास्तविक स्थिति को ऑनलाइन देखने, जानने का मौका मिल जाता है। जरूरत पड़ने पर इनकी ऑनलाइन उपस्थिति भी सुनिश्चित की जा रही है।
बता दें कलेक्टर न्यायालय का हर गुरूवार को अपरान्ह तीन बजे से संचालन किया जाता है। गुरूवार, 21 मार्च को नियत समय में कलेक्टर न्यायालय की कार्रवाई शुरू हुई। इस दौरान घर बेचने के एक मामले में आवेदिका अर्चना तिवारी की ओर से रिश्ते में ननद और अधिवक्ता न्यायालय में पहुंचे थे। जिला दण्डाधिकारी विलास भोसकर ने आवेदिका की अनुपस्थिति को लेकर सवाल किए, जिस पर उनके जम्मू जाने की जानकारी दी गई। ननद मनीता तिवारी ने बताया कि वह आवेदिका अर्चना तिवारी की ओर से उपस्थित हुई हैं। उन्होंने बताया कि भाभी अर्चना तिवारी के पति फौज में हैं, जो जम्मू में रहते हैं। जरूरी काम पड़ने के कारण वे जम्मू गई हैं। इस पर कलेक्टर सह जिला दण्डाधिकारी विलास भोसकर ने आवेदिका को ऑनलाइन पेश करने का मौका दिया। अधिवक्ता ने आवेदिका को वीडियो कॉलिंग किया और कोर्ट में चल रही कार्रवाई से अवगत कराते हुए उन्हें ऑनलाइन पेश किया। कलेक्टर ने आवेदिका अर्चना तिवारी से पूछा कि आपका केस कोर्ट में चल रहा है, पता है। इसे स्वीकार करने पर उन्होंने कोर्ट में अधिवक्ता के साथ पेश हुई मनीता तिवारी के बारे में पूछताछ की, तो उन्होंने बताया कि वे उनकी सिस्टर-इन-ला हैं। कलेक्टर ने कहा आज कोर्ट में आपको आना था। आपने मनीता को पावर ऑफ एटार्नी दिया है। इसे स्वीकार करने पर उन्होंने पूछा प्रकरण किसके कोर्ट में लगा है, आपको पता है। सभी जानकारी सही देने पर कलेक्टर ने पूछा घर बेचने को लेकर कोई आपत्ति तो नहीं है, सकारात्मक जवाब मिलने पर उन्होंने खरीददार के बारे में जानकारी ली और प्रकरण की फाइल को आगे बढ़ा दिया। अर्चना तिवारी से संतोषप्रद बातचीत व प्रत्युत्तर मिलने के बाद आवेदिका अर्चना तिवारी की ओर से उपस्थित ननद से कलेक्टर ने पूछा उन्हें कुछ कहना है, तो उन्होंने नहीं कहा और कलेक्टर का धन्यवाद ज्ञापित कर चले गईं। ऑनलाइन कोर्ट संचालन की पहल से वास्तव में सरगुजा का कलेक्टर न्यायालय सुर्खियों में आ गया है। ऐस आवेदक जो किसी कारणवश कोर्ट नहीं पहुंच पा रहे हैं, उन्हें यह पता चल रहा है कि पेशी तिथि में उनकी ओर से कौन न्यायालय में पेश हुआ और कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी ने प्रकरण में क्या कार्रवाई की। कलेक्टर ने न्यायालय में अन्य मामलों की भी सुनवाई की। ऑनलाइन सुनवाई के दौरान कुछ मामलों में आवेदकों की अनुपस्थिति भी सामने आई।

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