स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 के परिणामों में अंबिकापुर नगर निगम 27वें नंबर पर


स्टार रेटिंग फाइव से थ्री में पहुंची, निराशाजनक परिणाम का कारण शहर की जर्जर सड़कें व टूटी नालियां

अंबिकापुर। भारत सरकार आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा गुरुवार को राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू की मौजूदगी में स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 के परिणामों की घोषणा की गई। इसमें नगर निगम अंबिकापुर का परिणाम स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 में चौथे स्थान से 27वें पायदान पर पहुंच गया है। मुख्य वजह नगर निगम क्षेत्र में संरचनात्मक विकास का कार्य नहीं होना है। ओवर ऑल रैंकिग में काफी निराशाजनक परिणाम का कारण शहर की जर्जर सड़कें व टूटी हुई नालियां भी हैं। इस वजह से हुई स्टार रेटिंग में गिरावट नगर निगम को 1050 अंकों से पीछे पहुंचा दी। नगर निगम फाइव स्टार रेटिंग से हटकर थ्री स्टार पर पहुंच गया है।
भारत सरकार द्वारा स्वच्छता सर्वेक्षण के परिणाम को दो श्रेणी में जारी किया गया है। पहली श्रेणी एक लाख से कम आबादी वाले शहर व दूसरे में एक लाख से अधिक आबादी वाले शहर शामिल किए गए हैं। स्वच्छता सर्वेक्षण की रैंकिंग में उम्मीद के विपरीत निराशाजनक परिणाम सामने आए हैं। स्टार रेटिंग में गिरावट से नगर निगम को 1050 अंकों का नुकसान उठाना पड़ा है।
ऐसे किया गया अंकों का निर्धारण
इस बार देश में कराए गए स्वच्छता सर्वेक्षण प्रतियोगिता का अंक 9500 निर्धारित किया गया था। स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए 4830 अंक, 2500 अंक सर्टिफिकेशन व 2170 अंक सिटीजन फीडबैक के लिए निर्धारित थे। इनमें से नगर निगम को सर्वेक्षण में 4148 अंक, सर्टिफिकेशन में 1450 व सिटीजन फीडबैक में 1869 नंबर मिले हैं। सर्वेक्षण के दौरान सबसे ज्यादा नुकसान अंबिकापुर नगर निगम को सर्टिफिकेशन में उठाना पड़ा है। 1050 अंक कटने के बाद निगम को टू स्टार की रैंकिंग से हाथ धोना पड़ा। नेशनल रैंकिंग में भी नगर निगम निचले पायदान पर आ गया है। बता दें कि विधानसभा चुनाव 2023 के दौरान केंद्रीय टीम ने अंबिकापुर नगर निगम क्षेत्र में सर्वेक्षण का कार्य किया था। इस दौरान नगर निगम की अधिकांश सड़कें व नालियां बदहाल थीं। आचार संहिता के बीच निगम क्षेत्र के चौक-चौराहों का विकास, वार्डों में सड़क व नाली का संरचनात्मक स्वरूप नहीं बदल पाया। केंद्रीय टीम ने इन हालातों को देखा था।
इसलिए बने ऐसे हालात
स्वच्छता सर्वेक्षण में हमेशा अव्वल रहने वाले नगर पालिक निगम अंबिकापुर के चौथे पायदान को लांघकर 27 वें पायदान पर पहुंचने का मुख्य कारण निगम क्षेत्र की जर्जर सड़कें, टूटी हुई नालियां हैं। समय-समय पर जर्जर सड़कों व नालियों की दुर्गति से बिगड़ने वाले हालातों के सामने आने के बाद भी मुख्य निर्माण कार्यों पर ध्यान नहीं दिया गया। इससे निराशाजनक परिणाम सामने आए हैं। संरचनात्मक विकास अवरूद्ध रहने से स्टार रेंटिंग में गिरावट आई है। ओडीएफ प्लस-प्लस का तमगा अभी भी बरकरार है।
अंबिकापुर नगर निगम एक नजर में

  • वर्ष 2017 में दो लाख की जनसंख्या में देश में प्रथम एवं पूरे देश में 15वें स्थान पर था।
  • वर्ष 2018 में दो लाख की जनसंख्या में देश में प्रथम, बेस्ट प्रैक्टिस इनोवेशन में देश में अव्वल एवं पूरे देश में 11वें स्थान पर रहा।
  • वर्ष 2019 में दो लाख की जनसंख्या में देश में प्रथम एवं पूरे देश में दूसरे स्थान पर एवं फाइव स्टार रेटिंग से पुरस्कृत किया गया था।
  • वर्ष 2020 में एक लाख से 10 लाख की जनसंख्या वाले शहरों में अंबिकापुर अव्वल रहा।
  • वर्ष 2021 में एक से तीन लाख की जनसंख्या में प्रथम एवं देश में पांचवें नंबर पर रहा।
  • वर्ष 2022 में एक से तीन लाख की जनसंख्या में द्वितीय एवं देश में चौथे नंबर पर रहा।

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