अधिवक्ता डीके सोनी को डाक्टरेट की उपाधि, सूचना के अधिकार विषय पर किए पीएचडी

अंबिकापुर। अधिवक्ता डीके सोनी सूचना के अधिकार विषय पर पीएचडी करने वाले छत्तीसगढ़ के प्रथम व्यक्ति हैं। पंडित दीनदयाल उपाध्याय हिंदी विद्यापीठ वृंदावन मथुरा से इन्होंने सूचना के अधिकार विधि विषय पर शोध किया है। इन्हें पं. दीनदयाल उपाध्याय हिन्दी विद्यापीठ द्वारा विद्या वाचस्पत सारस्वत सम्मान डॉक्टरेट की उपाधि केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति पद्मश्री डॉ. अरविंद कुमार के हाथों बीते 28 जनवरी को आयोजित कार्यक्रम में मिला। नई दिल्ली के प्रसिद्ध कॉन्स्टिट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया में राष्ट्रीय हिन्दी संगोष्ठी एवं विद्या वाचस्पति सारस्वत सम्मान पीएचडी उपाधि समारोह का भव्य आयोजन किया गया था। हिन्दी एवं स्थानीय भाषाओं के प्रचार-प्रसार हेतु राष्ट्रीय स्तर पर प्रयासरत पं. दीनदयाल उपाध्याय हिन्दी विद्यापीठ द्वारा देश के विभिन्न क्षेत्रों से आए विद्वत जनों को ‘विद्या वाचस्पतिÓ डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित किया गया। इसमे डीके सोनी अधिवक्ता को सूचना के अधिकार विधि में शोध के लिए डॉक्टरेट की उपाधि प्रदान की गई। समारोह के मुख्य अतिथि रानी लक्ष्मीबाई केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति पद्मश्री डॉ अरविन्द कुमार रहे, अध्यक्षता राष्ट्रीय कथावाचिका दीपा मिश्रा ने की। विशिष्ट अतिथि दुर्ग के राष्ट्रीय पर्यावरणविद डॉ. विश्वनाथ पाणिग्रहि, विद्यापीठ के महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष डॉ. किरण बोंगले तथा विद्यापीठ के केरल प्रतिनिधि श्रीकुमार एन रहे। इस दौरान देश के प्रतिष्ठित शिक्षाविदों, लेखकों, शिक्षकों, साहित्यकारों, विधि पर्यावरणविदों एवं अन्य विद्वतजनों ने हिन्दी भाषा को लेकर अपने विचार प्रकट किए। अधिवक्ता डीके सोनी को डॉक्टरेट की उपाधि मिलने से उनके शुभचिंतकों सहित अधिवक्ताओं में हर्ष व्याप्त है।

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *