लर्निंग थ्रू एक्टिविटी के माध्यम से परीक्षा के तनाव को कम करने विद्यार्थियों को दिए गए टिप्स, राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम टीम ने किया कार्यशाला का आयोजन

अंबिकापुर। कलेक्टर विलास भोस्कर के निर्देशन में शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय रामपुर में मंगलवार को मानसिक स्वास्थ्य हेतु तनाव प्रबंधन पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ. युगल किशोर किण्डो के मार्गदर्शन में टीम ने तनाव प्रबंधन के संबंध में बच्चों को जानकारी दी। इस दौरान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आरएन गुप्ता, डीपीएम डॉ. पुष्पेद्र राम, राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम की टीम से मनोचिकित्सक डॉ. विमलचंद्र पैकरा, नीतू केसरी, सृष्टि चौरासिया, मनोज बिसेन, सुमित्रा बुनकर उपस्थित थे।
इस दौरान छात्र-छात्राओं को लर्निंग थ्रू एक्टिविटी के माध्यम से परीक्षा के दौरान होने वाले तनाव और इसे नियंत्रित करने पर टिप्स दिए गए। तनाव प्रबंधन के तरीकों में स्वयं से सकारात्मक बातें पॉजिटिव अफरमेशन, संतुलित आहार, पर्याप्त नींद, व्यवस्थित दिनचर्या, लाफ्टर थेरेपी, प्राणायाम, मेडिटेशन, स्वयं के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण, कड़ी मेहनत, भावनाओं को नियंत्रित करना, आलोचनाओं को सकारात्मक रूप से लेना, गुस्से का प्रबंधन बताया गया। मनोचिकित्सक डॉ. विमल चंद्र ने कहा कि परीक्षा का निराशाजनक परिणाम, अत्यधिक गुस्सा, नशा, अपनी जिद मनवाना, असफलता एवं आलोचनाओं का डर, स्वयं के प्रति नकारात्मक दृष्टिकोण होना किसी तरह के गलत कदम उठाने के मुख्य कारणों में से एक है। उन्होंने शिक्षकों को कहा कि जरूरत है कि बच्चों की भावनाओं को समझें, वहीं अभिभावक को भी उनसे बातचीत कर सही समय पर काउंसलिंग एवं इलाज करवाना चाहिए। कार्यशाला में बच्चों से विभिन्न समस्याओं पर भी चर्चा की गई और उनका सामना करने के कारगार तरीके बताए गए।

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