इको फ्रेंडली गणेश में दिखी मृदा शिल्प की अनुपम छटा


साई कॉलेज की कार्यशाला में बने गजानन विविध रूप


अंबिकापुर। इको फ्रेंडली गणेश की मूर्तियों में मृदा शिल्प की अनुपम छटा श्री साई बाबा आदर्श स्नातकोत्तर महाविद्यालय में देखने को मिली। क्रिएटिव क्लब के तत्वावधान में आयोजित कार्यशाला में गजानन प्रतिमा के साथ आध्यात्मिक, कलात्मक और जैविक प्रयोग किए गए। विद्यार्थियों ने नृत्य मुद्रा में मोहक गणेश भगवान को मृदा शिल्प में ढाला, तो ढोल बजाते हुए गजानन के माध्यम से संगीत सरिता की झलक दिखी। एक पैर पर खड़े गजानन से जहां गति का बोध कराया गया तो पद्मासन में बैठे लम्बोदर से योग साधना दिखी। एकदंत गणेश के साथ सूप कर्ण वाली प्रतिमा भी आकर्षण का केंद्र बनी रही। विद्यार्थियों ने भगवान श्री गणेश की मूर्ति बनाने के दौरान उपयोग होने वाली मृदा में बीजों का उपयोग किया। कार्यशाला के दौरान क्रियेटिव क्लब प्रभारी वंदना पांडेय ने बताया कि कार्यशाला में शामिल सभी विद्यार्थी गणेश प्रतिमाओं को अपने घर के गमले में रखेंगे। देव प्रतिमा से बीजों का अंकुरण होगा। कार्यशाला में मूर्ति कला की प्रशिक्षक के रूप में अर्पिता सिन्हा उपस्थित रहीं। प्राचार्य डॉ. राजेश श्रीवास्तव ने सभी प्रशिक्षु कलाकारों को प्रोत्साहित किया। इस दौरान सहायक प्राध्यापक रीता सरकार, डॉ. दीपश्री बड़ाइक, निशा सिंह, विभा तिवारी सहित सभी विद्यार्थी उपस्थित रहे।

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