अम्बिकापुर- सन्त समाज से जुड़े संत स्व. गहिरा गुरु के पुत्र जिला पंचायत सदस्य एवं आदिवासी नेता गेंदबिहारी सिंह के साथ बगीचा (जशपुर) पुलिस द्वारा बर्बरतापूर्वक मारपीट किये जाने को लेकर आज संकल्प भवन भाजपा कार्यालय अम्बिकापुर में पूर्व गृह मंत्री राम सेवक पैकरा ने प्रेस को संबोधित किया I
भाजपा जिला अध्यक्ष लालन प्रताप सिंह की मार्गदर्शन में एवं वरिष्ठ भाजपा नेता अनिल सिंह मेजर, पूर्व सांसद कमल भान सिंह, ओबीसी मोर्चा पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सोनी, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य भारत सिंह सिसोदिया, जिला महामंत्री अभिमन्यु गुप्ता, पूर्व निगम सभापति त्रिलोक कपूर कुशवाहा, महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष फुलेश्वरी सिंह, मंडल अध्यक्ष मधुसुदन शुक्ला एवं जिला सह मीडिया प्रभारी रुपेश दुबे की उपस्थिति में प्रेस को संबोधित करते हुए रामसेवक पैकरा ने कहा कि प्रदेश के महान संत समाज की स्थापना कर समूचे दुर्गम क्षेत्रों में भी सांस्कृतिक चेतना प्रवाहित करने वाले गहिरा गुरु के पुत्र, जनप्रतिनिधि जिला पंचायत सदस्य और आदिवासी नेता गेंदबिहारी सिंह के साथ बगीचा एसडीओपी शेरबहादुर सिंह ठाकुर, आरक्षक राजकुमार मनहर, आरक्षक संतोष उपाध्याय और पुलिस प्रशासन समर्थित लोगों द्वारा मारपीट की गई, इसकी हम घोर निंदा करते हैं I
आगे उन्होंने कहा कि भूपेश बघेल सनातन द्रोहियों को संरक्षण दे कर भयादोहन की राजनीति कर रहे हैं, कांग्रेस की साकार में लगातार हिन्दुओं का अपमान, सनातन संस्कृति दबाना, सांप्रदायिक तुष्टिकरण और अपराध की घटनाएँ अनवरत हैं, अब ऐसी आतंकी एवं आपराधिक कृत्यों में पुलिस को भी कांग्रेस सरकार ने शामिल कर लिया है, ऐसा लगता है कि भूपेश बघेल वन मैन शो चलाना चाहते हैं , न केवल विरोधी दल के नेताओं को बल्कि अपनी पार्टी में अन्य गुट के नेताओं को भी आतंकित कर के रखना चाहते हैं I जिस प्रदेश में गृह विभाग के संसदीय सचिव अर्थात राज्य मंत्री के सगे भाई तक सुरक्षित नहीं, राज्यमंत्री ओहदेद्दार का परिवार अगर भूपेश की पुलिस के हाथों इस तरह सरेआम पीटा जा रहा हो तो प्रदेश की आम जनता कितनी सुरक्षित है इस सरकार में, यह चिंता का विषय है I
उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि इस बर्बरता और पुलिसिया आतंक के विरुद्ध 27 अप्रैल को भारतीय जनता पार्टी ने सरगुजा संभाग में आंशिक बंद का आह्वान किया है, यह बंद सुबह 9 से 12 बजे तक किया जाएगा। आगे उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी यह मांग करती है कि सभी दोषी पुलिसकर्मियों को तत्काल बर्खास्त किया जाय, इनके विरुद्ध उच्च स्तरीय और निष्पक्ष जांच हो, दोषियों पर एट्रोसिटी एक्ट के तहत मुक़दमा दर्ज कर उन्हें तत्काल गिरफ़्तार किए जाएँ, मुख्यमंत्री इस घटना के लिए समूचे प्रदेश और विशेष कर आदिवासी समाज से हाथ जोड़ कर माफी मांगें।