तेल कंपनियां ही तय करेंगी दाम, पर आम आदमी का रखेंगे ध्यान: पुरी


पेट्रोलियम मंत्री ने कहा- जरूरतें पूरी करने के लिए देश में कच्चे तेल की कमी नहीं

पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव खत्म होने के बाद पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी पर पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने मंगलवार को कहा कि इनके दाम पर तेल कंपनियां ही कोई फैसला लेंगी। लेकिन, इसमें आम आदमी के हितों का ध्यान जरूर रखा जाएगा।

पुरी ने कहा, मैं आप सबको भरोसा दिलाना चाहता हूं कि देश में कच्चे तेल की कोई कमी नहीं है। हम सुनिश्चित करेंगे कि हमारी ऊर्जा जरूरतें पूरी हो सके। हालांकि, हम अपनी जरूरतों का 85% कच्चा तेल और 55 फीसदी प्राकृतिक गैस आयात करते हैं। उन्होंने इस आरोप को भी नकार दिया कि ईंधन कीमतों में कमी सरकार ने पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए की थी और चुनाव खत्म होते ही फिर से कीमतें बढ़ाएगी। दुनिया के एक हिस्से में जंग के हालात हैं तो तेल कंपनियां इसे ध्यान में रखेंगी। वे खुद ही दाम पर फैसला लेंगी। हम नागरिकों के हित में ही फैसला करेंगे।

क्रूड में तेजी चिंता का विषय : वित्तमंत्री

वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि यूक्रेन संकट के कारण कच्चे तेल में तेजी चिंता का विषय है। हालांकि, केंद्र सरकार इसके वैकल्पिक स्रोतों के इस्तेमाल पर विचार कर रही है।
वित्तमंत्री ने कहा, तेल की बढ़ती कीमतों का निश्चित तौर से अर्थव्यवस्था पर असर पड़ेगा। हम इसे एक चुनौती के रूप में ले रहे हैं। इसके असर को कम करने के लिए कितना तैयार होंगे, यह कुछ ऐसा है, जिसे हम आगे देखेंगे। तेल कंपनियां 15 दिन के औसत के आधार पर कीमतें तय करती हैं। लेकिन, अब हम जिन आंकड़ों की बात कर रहे हैं, वे औसत से परे हैं।

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *