व्यापार, उद्योग को सफलता पूर्वक संचालित करने हुई कार्यशाला,निसबर्ड एवं जन शिक्षण संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में आयोजन

अंबिकापुर। कौशल विकास उद्यमिता मंत्रालय भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय उद्यमिता और लघु व्यवसाय विकास संस्थान (निसबर्ड) एवं जन शिक्षण संस्थान सरगुजा के संयुक्त तत्वावधान में पांच दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया, जिसमें सफल उद्यमी बनाने हेतु प्रशिक्षण दिया गया। इसमें मुख्य अतिथि के रूप में गिरीश गुप्ता प्राचार्य लाइवलीहुड कॉलेज अंबिकापुर उपस्थित रहे। इसके अलावा डॉ. नीरज वर्मा साहित्यकार, एम. सिद्दीकी निदेशक जन शिक्षण संस्थान सरगुजा, देवाशीष मंडल प्रबंधक सी-मार्ट, हिमांशु सोनी फील्ड आउटरीच ब्यूरो अंबिकापुर, ममता चौहान जिला समन्वयक यूनिसेफ, दीपिका शर्मा निसबर्ड हेड की गरिमामयी उपस्थिति रही। पांच दिवसीय कार्यशाला में उद्यमिता विकास, व्यवसाय, व्यापार, उद्योग को सफलता पूर्वक संचालन करने जैसे विषयों पर चर्चा की गई।
स्वागत प्रतिवेदन प्रस्तुत करके एम. सिद्दीकी ने कहा उद्यमिता विकास कार्यक्रम प्रशिक्षण पर आधारित है, जिसमे पीएमइजीपी के तहत लोन प्राप्त कर रहे प्रतिभागियों को अपने व्यवसाय, व्यापार, उद्योग को सफलता पूर्वक संचालन करने का हुनर सिखाया जाता है, साथ ही भ्रमण शिविर का आयोजन किया जाता है। इसी क्रम में प्रतिभागियों को कृषि विज्ञान केंद्र के उद्देश्य, किसानों को खेती में नए तकनीकों की जानकारी, महिलाओं को नए स्वरोजगार योजना से संबंधित जानकारी प्रदान की गई, जो महिलाओं को स्वावलंबी बनाने में सहायक हो। गिरीश गुप्ता ने कहा आवश्यक औद्योगिक गतिविधि के विभिन्न पहलुओं पर युवाओं को शिक्षित करके उनकी प्रतिभा को निखारने के लिए नियमित रूप से उद्यमिता विकास कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसमें प्रतिभागियों को सीखने का मौका मिला। हिमांशु सोनी ने रोजगार एवं उद्यमिता को बढावा देने, उद्यमिता विकास कार्यक्रमों के उद्देश्य, मौजूदा उद्यमियों के ज्ञान और कौशल को बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करने की बात कही। देवाशीष मंडल ने कहा कि उद्यमिता विकास कार्यक्रम (ईडीपी) का उद्देश्य एसएंडटी स्नातकों और डिप्लोमा धारकों को एक आर्थिक गतिविधि या उद्यम को सफलतापूर्वक शुरू करने, योजना बनाने के लिए आवश्यक प्रशिक्षण देना है। प्रशिक्षण में पूरे सरगुजा जिले से जन शिक्षण संस्थान के 40 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। दीपिका शर्मा ने सभी अतिथि का आभार प्रकट करते हुए उद्यमिता के साथ कौशल विकास केंद्रित किया। उन्होंने कहा कि उद्यम में जोखिम वहन करने की क्षमता होती है। कुछ व्यावसायिक जोखिमों से बीमा करा कर बचा जा सकता है, जबकि अन्य जोखिमों को उद्यमी के अनुभव व योग्यता के आधार पर उठाया जाता है। प्रतिभागियों ने भ्रमण के दौरान उद्यमिता विकास से जुड़ी जानकारी और कौशल को प्राप्त किया। असेसमेंट के उपरांत सफल प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *