अंबिकापुर। नगर का न्यूनतम तापमान 19-20 जनवरी तक 10 डिग्री सेल्सियस के नीचे रहने के बाद मौसमी गतिविधियां तेजी से परिवर्तित हुई। एक के बाद एक पछुआ की सक्रियता से लगातार हवा की दिशा बदलती रही और उत्तर-पश्चिम से आने वाली शुष्क ठंडी हवाओं का मार्ग, बादलों की उपस्थिति के कारण बाधित रहा। बादलों की उपस्थिति और हवा की दिशा बदल कर दक्षिणी और दक्षिण-पूर्वी होने से मध्य भारत के तापमान में उछाल आया। जनवरी में नगर का अधिकतम तापमान 29 डिग्री और न्यूनतम के 15 डिग्री सेल्सियस के ऊपर पहुंचने से वातावरण की ठंडक प्राय: समाप्त होने लगी थी। उधर उत्तर भारत में लगातार पश्चिमी हवाओं से वर्षा और ओला वृष्टि की घटनाएं होती रही। पिछले 28 जनवरी को सक्रिय हुए पछुआ के कारण पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश तक वर्षा और ओलावृष्टि की घटनाएं दर्ज हुई थीं। अब जब पिछला पछुआ कमजोर पड़ा और बादलों की बाधा खत्म हुई, तो उत्तर से एक बार फिर शुष्क और ठंडी हवाओं ने यहां दस्तक दी है। लगातार सामान्य से ऊपर रहने के बाद आज एक बार फिर ठंड का एहसास हुआ है। गुरूवार को नगर का न्यूनतम तापमान घटकर 8.4 डिग्री पर सामान्य से 2 डिग्री सेल्सियस नीचे तक आ गया है। वर्तमान में दक्षिण बंगाल की खाड़ी में श्रीलंका के त्रिकोमाली के पास एक अवदाब सक्रिय है, जो तमिलनाडु के तटीय क्षेत्र की ओर बढ़ रहा है। वहीं एक पश्चिमी विक्षोभ सुदूर उत्तर भारत की ओर से प्रवेश कर रहा है, जिससे दक्षिण भारत के समुद्री तटों पर तेज हवाओं का संचरण है, जबकि उत्तर भारत में जम्मू कश्मीर, हिमाचल की ओर से बादलों की सक्रियता के साथ एक नया मौसमी व्यवधान सक्रिय होने की ओर अग्रसर है। फिलहाल अगले एक-दो दिन तक स्थानीय तापमान में स्थिरता के बाद इसमें उछाल की संभावना रहेगी।
तापमान पर एक नजर
दिनांक अधिकतम न्यूनतम वर्षा
31 जनवरी 28.0 डि.से. 13.8 डि.से. 00
01 फरवरी 26.2 डि.से. 11.9 डि.से. 00
02 फरवरी 23.2 डि.से. 8.4 डि.से. 00