भीषण गर्मी में पानी के लिए हा-हाकार गोधनपुर में छह दिन से सप्लाई बाधित

पार्षद हों या जल प्रदाय विभाग के प्रभारी, संतोषजनक जवाब देने की स्थिति में नहीं

अंबिकापुर। गर्मी के पहले पेयजल व्यवस्था सुनिश्चित करने झोंकी जा रही ताकत फेल साबित हो रही है। अमृत मिशन के तहत जल आवर्धन का 106 करोड़ का कार्य सिर्फ सफेद हाथी साबित हुआ है। इतनी राशि खर्च होने के बाद भी भीषण गर्मी में नगर निगम के कई क्षेत्रों में लोगों को पानी की समस्या से जूझना पड़ रहा है। गोधनपुर क्षेत्र में पेयजल व्यवस्था पिछले छह दिनों से ठप्प है। ऐसे में जेठ की तपिश के बीच पानी के लिए हा-हाकार मचा है। क्षेत्र के पार्षद प्रेमानंद तिग्गा निगम के ढुलमुल रवैये को लेकर नाख़ुश नजर आते हैं। इनके पास भी जल संकट से निजात के मुद्दे को लेकर कोई संतोषजनक जवाब नहीं है। इनका कहना है बिजली बंद हो जाए तो पानी टंकी नहीं भरने की समस्या सामने आती है। बार-बार मोटर जलने की बात सुनकर लोगों के कान पक चुके हैं। वार्ड के लोगों को जवाब दे पाना मुश्किल रहता है। क्षेत्र में बड़ी बसाहट होने के बाद भी जल संकट की स्थिति न बने, इसके सार्थक उपाय नहीं हो पाए हैं। निगम के अन्य कई क्षेत्रों में भी पानी की समस्या बरकरार है। भीषण गर्मी में पानी की समस्या को देखते हुए भाजपा पार्षद मधुसुदन शुक्ला ने निगम आयुक्त को ज्ञापन सौंपकर पानी की समस्या दूर करने की मांग की है। अन्यथा एक सप्ताह के बाद आंदोलन की चेतावनी दी है।
गौरतलब है मई महीने में जिले में भीषण गर्मी पड़ रही है। गर्मी काफी तेज हाने के कारण हर घरों में पानी की खपत बढ़ जाती है। नगर निगम क्षेत्र में इसके विपरीत पानी की समस्या सामने आ रही है। निगम क्षेत्र के गोधनपुर इलाके में सबसे ज्यादा पानी की समस्या देखने को मिल रही है। इस क्षेत्र में पिछले छह दिनों से नहीं होने के कारण हा-हाकार मचा हुआ है। गोधनपुर पानी टंकी में तकनीकी खराबी होने के कारण पानी की सप्लाई नहीं होने की बातें हो रही हैं। स्थानीय लोगों द्वारा इस संबंध में जिम्मेदारों से शिकायत करने के बाद भी पानी की समस्या दूर नहीं हो पा रही है।
कुछ वार्डों में 2 से 3 घंटे पानी सप्लाई
शहर के मध्य में स्थित वार्डों में मात्र 10 से 15 मिनट ही पानी की आपूर्ति हो रही है, जबकि शहर के बिशुनपुर, मोमिनपुरा में 2 से 3 घंटे पर्याप्त पानी मिल रहे हैं। यही नहीं शहर के दर्रीपारा, भाथुपारा, ब्रम्हपारा, गोधनपुर, शीतला वार्ड, नेहरू वार्ड, मंगल पाण्डेय वार्ड, नमनाकला, केदारपुर, शिवधारी कालोनी, सत्तीपारा वार्ड में आए दिन पानी की समस्या से लोग परेशान हैं। दिनों-दिन पानी की किल्लत के कारण भटकने की नौबत बन रही है।
सफेद हाथी साबित हो रहा अमृत मिशन, आंदोलन की चेतावनी
शीतला वार्ड क्रमांक 31 के पार्षद मधुसुदन शुक्ला ने नगर निगम आयुक्त को पत्र लिखकर पानी की समस्या से अवगत कराया है। उन्होंने पत्र के मामध्यम से बताया है अमृत मिशन के तहत जल आवर्धन के 106 करोड़ के कार्य हुए। इसके बाद भी शहरवासियों को पानी की समस्या से जूझना पड़ रहा है। ग्रीष्म ऋतु में पानी की अधिक आवश्यकता पड़ती है। आमजनों को जल आवर्धन कार्य से पानी की समस्या से छुटकारा मिलने की उम्मीद थी, परंतु शहरवासियों को निराशा ही हाथ लगी है। अमृत मिशन जल आवर्धन योजना वर्ष 2035 तक 2.50 लाख जनसंख्या को ध्यान में रखकर बनाई गई थी परंतु नगर पालिक निगम की कांग्रेस सरकार के भ्रष्टाचार व भेदभाव पूर्ण रवैये के कारण यह योजना सफेद हाथी बनकर रह गई है। योजना पूरी भी नहीं हुई और फेल हो गई। भारतीय जनता पार्टी नगर मंडल अंबिकापुर की ओर से उन्होंने यह मांग की है कि अमृत मिशन जल आवर्धन के कार्य की वरिष्ठ तकनीकी अधिकारियों से उच्च स्तरीय जांच कराकर उसकी तकनीकी कमियों को दूर किया जाए ताकि शहरवासियों को पानी की समस्या से निजात मिल सके। यदि एक सप्ताह के भीतर पानी की समस्या का समाधान नहीं होता है तो भारतीय जनता पार्टी नगर मंडल, नगर पालिक निगम का घेराव कर प्रदर्शन करेगी।

“गोधनपुर पानी टंकी का मोटर बार-बार जल जाने के कारण क्षेत्र में पानी की समस्या बनी हुई है। मोटर का मरम्मत करा दिया गया है। पानी की समस्या दूर हो जाएगी।”
द्वितेन्द्र मिश्रा, जल प्रभारी व एमआईसी सदस्य

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