
लोकसभा चुनाव में किया था प्रचार।
बीजेपी की पश्चिम बंगाल इकाई के अधिवक्ष दिलीप घोष ने लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान सोनी पर राणाघाट में बीजेपी का प्रचार करते निवारणों की फोटो लगा दी थी, जिसके बाद वह सोशल मीडिया पर खासे लोकप्रिय हो गए थे।
- Information18Hindi
- आखरी अपडेट:
5 अक्टूबर, 2019, 11:04 AM IST
घर पर किया
बागुला के मंडल सभापति तपस घोष को संभालस सरकार के भाई के जरिये उनकी मौत का पता चला। तपस घोष बताते हैं, ‘गुरुवार दोपहर को कठिनाइयोंस घर पर बाथरूम गए थे। इसके कुछ मिनट बाद वह हाथ में एक शीशी लेकर निकले और अपने भाई प्रबल से कहा कि उन्हें जहर खा लिया है। बिशेक वह अपने जीवन से दुखी हो गए हैं। ‘ इसके बाद उनमें कृष्णानगर स्थित अस्प्रताल ले जाया जा रहा था, लेकिन रासते में ही उनकी मृत्यु हो गई। घोष के अनुसार यह पारिवारिक मामला है। शुद्धास के पुत्र उदयपुर में डॉ .टर हैं।
यूसाइड के पीछे एनआरसी को कारण मानने से इनकारशुद्धास सरकार पश्चिम बंगाल के रानाघाट के रहने वाले थे, लेकिन अपने परिवार के साथ राजसथान के उदयपुर में शिफ्ट हो गए थे। प्रदूषणस केisyd कर लेने के बाद सोशल मीडिया पर इस बात की चर्चा होने लगी कि उन्होंने एनआरसी के मामले परisyd किया है, लेकिन उनके भाई प्रबल ने साफ कहा है कि ऐसा कुछ नहीं है।
सांसद जगन्नाथ के लिए किया था प्रचार
शुद्धास सरकार ने 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान रानाघाट में बीजेपी के मौजूदा सांसद जगन्नाथ सरकार के लिए चुनाव प्रचार किया था। जागस की मौत पर जगन्नाथ सरकार ने शोक प्रकट किया है और उन्हें बड़ी बीजेपी समर्थक बताया। उन्होंने कहा कि हम दोनों एक-दूसरे को काफी अच्छे से जानते थे। उन्हें मेरे लिए भगवान हनुमान बनकर चुनाव प्रचार किया गया था। याह सिर्फ एक अफवाह है कि उन्होंने एनआरसी मामले में कुसाइड किया है। दिलीप घोष ने भी इस बात से इनकार किया है।