पुलिस अधीक्षक ने गांधीनगर व कमलेश्वरपुर थाना प्रभारी पर बिफरीं, अपराधों के निकाल में धीमी गति देख जारी किए कड़े दिशा-निर्देश

अंबिकापुर। पुलिस अधीक्षक सरगुजा द्वारा जिले के समस्त राजपत्रित अधिकारियों, थाना व चौकी प्रभारियों की बैठक लेकर अपराध की समीक्षा की गई। उन्होंने लंबित प्रकरणों के निकाल में धीमी गति पाए जाने पर थाना गांधीनगर एवं कमलेश्वरपुर को सख्त हिदायत दी और बीट आरक्षक के माध्यम से सूचना तंत्र को मजबूत व विकसित कर बेहतर पुलिसिंग करने के दिशा-निर्देश दिए। गंभीर अपराधों के निराकरण में एविडेंस कलेक्शन की प्रभावी व्यवस्था बनाने हेतु निर्देशित किया। संपत्ति संबंधी अपराधों के आदतन आरोपियों पर पैनी नजर रख सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। इसी क्रम में इन्वेस्टीगेटर ऑफ द मंथ एवं गंभीर अपराधों में सराहनीय कार्य करने वाली पुलिस टीम को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
पुलिस महानिरीक्षक राम गोपाल गर्ग के मार्गदर्शन में पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता ने शुक्रवार को पुलिस कोऑर्डिनेशन सेंटर में जिले की पुलिस के राजपात्रित अधिकारियों सहित सभी थाना व चौकी प्रभारियों की अपराध समीक्षा बैठक ली। बैठक में पुलिस अधीक्षक ने लंबित प्रकरणों की समीक्षा, गुम इंसान, मर्ग निकाल, शिकायत निकाल, साइबर अपराध से संबंधित मामलों में प्रकरण की जानकारी ली, साथ ही लंबित प्रकरणों के जल्द निकाल के दिशा-निर्देश दिए। लंबित प्रकरणों के निकाल में धीमी गति पाए जाने पर पुलिस अधीक्षक ने थाना प्रभारी कमलेश्वरपुर एवं थाना प्रभारी गांधीनगर को सख्त हिदायत के साथ कड़े दिशा-निर्देश जारी किए। गुम इंसान के पुराने मामलों के दस्तयाबी हेतु प्रशिक्षु आईपीएस चिराग जैन के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन कर अधिक से अधिक गुम महिला, बालिका दस्तयाब करने के दिशा-निर्देश दिए गए। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में संपत्ति संबंधी अपराधों के निराकरण में तेजी लाते हुए प्रकरण के आरोपियों को गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई करने एवं थाना क्षेत्र में मुखबिर, सूचनातंत्र विकसित करने के साथ-साथ थाना व चौकी प्रभारियों को अपने-अपने थाना क्षेत्रों में बीट आरक्षक की पकड़ मजबूत हो, इसके लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इस दौरान जिले में दुपहिया वाहन चोरी, ड्रग तस्करी के मामलों में शामिल आरोपियों का डाटाबेस पुलिस अधीक्षक के समक्ष थानावार पेश किया गया। उन्होंने उक्त मामलों में शामिल सभी आरोपियों पर जमानत पश्चात लगातार पैनी नजर रखने हेतु पुलिस टीम को निर्देशित किया। किसी भी संदिग्ध गतिविधि में संदेही के विरुद्ध तत्काल प्रतिबंधात्मक कार्रवाई एवं निगरानी खोलने के दिशा-निर्देश जारी किए गए। पुलिस अधीक्षक ने थाना व चौकी प्रभारियों को गंभीर अपराधों में विवेचना के दौरान एविडेंस कलेक्शन पर विशेष दिशा-निर्देश देते हुए घटनास्थल व पीडि़तों से प्राप्त आवश्यक बारीकी साक्ष्य एकत्रित करने हेतु निर्देश दिए। गंभीर प्रकरणों की विवेचना में किसी प्रकार की लापरवाही पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी गई।
सहायक उप निरीक्षक विवेक पांडेय इन्वेस्टीगेटर ऑफ द मंथ
बैठक के दौरान इन्वेस्टीगेटर ऑफ द मंथ के तहत सहायक उप निरीक्षक विवेक पांडेय को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया, साथ ही मणिपुर थाना क्षेत्र में हुई चोरियो का पर्दाफास, सामूहिक दुष्कर्म के मामले में त्वरित कार्रवाई एवं ठगी के प्रकरण में तत्काल पांच लाख रुपये रिकवर करने पर सराहनीय कार्य करने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। पुलिस अधीक्षक सरगुजा ने पुलिस टीम को भविष्य में भी बेहतर कार्य करने हेतु प्रोत्साहित किया।

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