थप्पड़बाज विधायक के विरोध में बैंक बंद, 50 करोड़ से अधिक का लेनदेन प्रभावित सरगुजा संभाग की 29 शाखाओं में लटका ताला, कर्मचारियों ने की जमकर नारेबाजी


अंबिकापुर। विधायक बृहस्पत सिंह द्वारा तीन मार्च को रामानुजगंज के सहकारी बैंक के कर्मचारियों के साथ की गई मारपीट के मामले ने तूल पकड़ लिया है। जिला सहकारी केंद्रीय बैंक कर्मचारी संघ ने घटना का विरोध शुरू कर दिया है। बुधवार को संभाग के 29 सहकारी केंद्रीय बैंक के कर्मचारी सामूहिक हड़ताल पर रहे, जिससे बैंकों में ताला लटका रहा। घटना के विरोध में इन कर्मचारियों ने अपने-अपने कार्यस्थल में जाकर बैंक की शाखा के बाहर प्रदर्शन किया और विधिसम्मत कार्रवाई की मांग की। किसी तरह का लेनदेन बैंक के कर्मचारियों ने नहीं किया, जिससे बैंक पहुंचे किसानों को उल्टे पांव वापस लौटना पड़ा। सहकारी केंद्रीय बैंक का कारोबार ठप रहने से 50 करोड़ से अधिक का कारोबार प्रभावित होने का दावा किया जा रहा है।
बता दें कि रामानुजगंज विधायक बृहस्पति सिंह ने तीन मार्च को रामानुजगंज के केंद्रीय सहकारी बैंक शाखा परिसर में बैंक के दो कर्मचारियों के साथ मारपीट की थी। इसका वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल होने के बाद जहां एक ओर रामानुजगंज में बैंक के सामने किसानों के साथ किसान कांग्रेस ने धरना-प्रदर्शन किया, वहीं सरगुजा संभाग में संचालित बैंक की 29 शााखाओं में ताले लटके रहे। इधर मारपीट की घटना के बाद सहकारी बैंक के कर्मचारियों ने विधायक के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। चार मार्च को घटना के विरोध में जिला सहकारी केंद्रीय बैंक कर्मचारी संघ ने आईजी कार्यालय में ज्ञापन सौंप कर कार्रवाई की मांग की है। कर्मचारियों ने नारेबाजी के बीच कहा कि कम कर्मचारियों के बाद भी सहकारी केंद्रीय बैंक के संचालन में वे लगे हैं। शासन की 50 प्रतिशत योजनाओं का क्रियान्यवन उनके द्वारा किया जाता है। शासन अगर उन्हें सुरक्षा देने की पहल नहीं करती है और दोषी विधायक के विरूद्ध विधिसम्मत कार्रवाई पुलिस नहीं करती है, तो वे अनिश्चितकालीन आंदोलन का आगाज करेंगे। बैंक में आज छह अपै्रल को भी ताला लटका रहेगा। संघ के अध्यक्ष आरके खरे ने बताया कि कर्मचारियों के अवकाश पर रहने के कारण बैंक का काम-काज पूरी तरह ठप रहा। उन्होंने बताया कि घटना को लेकर चल रहे हड़ताल का राज्य स्तरीय फेडरेशन सहित अन्य संगठनों का भी समर्थन उन्हें मिल रहा है। इस दौरान काफी संख्या में बैंक के कर्मचारी व किसानों की उपस्थिति देखने को मिली।

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