जैव विविधता के लिये सांप को बचाना होगा, सांप की प्रजातियों से अवगत हुए साईं कॉलेज के विद्यार्थी

अम्बिकापुर। वन्य प्राणि की जान लेना आसान है, लेकिन बचाना मुश्किल। यह बातें श्री साईं बाबा आदर्श स्नातकोत्तर महाविद्यालय में लाइफ साईंस विभाग के तत्वावधान में बायोडायवर्सिटी एंड वाइल्ड लाइफ विषय पर आयोजित व्याख्यान के दौरान सरगुजा के स्नेकमैन सत्यम द्विवेदी ने कही। प्राचार्य डॉ. राजेश श्रीवास्तव के मार्गदर्शन में आयोजित व्याख्यान को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि जैव विविधता को बनाये रखने के लिये प्रत्येक प्राणि का होना आवश्यक है। जल-जंगल-जमीन पर वन्य प्राणि के साथ सभी रहते हैं। उन्होंने सांप के प्रजातियों से सभी को अवगत कराया। नाजा-नाजा, स्पिलिंट कोबरा, किंग कोबरा, रसल वायपर, सोमर सैंड बोऊना, कॉमन सैंड, इंडियन रॉक पायथन, रेड सैंड बोआ, कामन करैत, बुल स्नैक, बैंडेड करैत, कॉमन वुल्फ स्नैक, रैट स्नैक, चेकक्रेड क्रील बैक, ट्रिकेट स्नैक के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि बहुत से सांप ऐसे भी हैं जिनके पास विष नहीं है। उन्होंने विष वाले सांपों के बारे में बताते हुए सभी को सावधान किया। वन्य जीवों की रक्षा के लिए सभी को आगे आना होगा। एक समूह बनायें जिससे जैव विविधता का संरक्षण किया जा सके। स्नैकमैन ने इस दौरान सांप, गोह के रेस्क्यू का वीडियो भी दिखाया।

इससे पहले लाइफ साईंस विभाग के डीन अरविन्द तिवारी ने स्नेक मैन सत्यम द्विवेदी का स्वागत करते जैव विविधता और वर्तमान परिवेश में संरक्षण के बारे में बताया। महाविद्यालय के पूर्व छात्र रहे सत्यम द्विवेदी का स्वागत पुष्प गुच्छ प्रदान कर किया गया। विद्यार्थियों ने शाल श्रीफल प्रदान कर सम्मानित किया। वर्तमान में सत्यम महामाया पशु सेवा केन्द्र व्याख्यान के दौरान डॉ. मंदिरा घोस, डॉ. श्रीराम बघेल, डॉ. तुषार, डॉ. दिनेश शाक्य, शैलेष देवांगन, डॉ. अजय कुमार तिवारी, यूथ रेडक्रॉस प्रभारी एलपी गुप्ता, कमलेश साहू, अभिषेक भगत, ज्योति सिंह, कंचन साहू, चांदनी व्यापारी, विभा तिवारी, गीता चौहान तथा सभी विद्यार्थी उपस्थित रहे।

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *