चचेरे भाइयों को मिनी ट्रक ने रौंदा, 30 किलोमीटर पीछा कर ट्रक व चालक को कब्जे में ली पुलिस कक्षा नवमीं में अध्ययनरत दोनों भाई बाल कटवाने जा रहे थे, दर्दनाक मौत से उबला आक्रोश


अंबिकापुर। अंबिकापुर-प्रतापपुर मार्ग में शहर से लगे ग्राम सकालो में कक्षा नवमी में पढऩे वाले बाइक सवार दो चचेरे भाइयों को मिनी ट्रक का चालक लापरवाही पूर्वक वाहन चालन करते हुए कुचल दिया, जिसमें दोनों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। दुर्घटना के बाद ट्रक सहित चालक मौके से भाग निकला, जिसे पुलिस 30 किलोमीटर पीछा कर कब्जे में लेने में सफल हुई और चालक को गिरफ्तार कर लिया। घटना गुरुवार की सुबह 11 बजे की है। दोनों भाई बाल कटवाने सैलून जाने निकले थे। दुर्घटना की खबर जैसे ही गांव के लोगों को मिली वे आक्रोशित हो गए और कुछ देर के लिए सड़क जाम कर दिया। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने समझाइश देकर चक्काजाम समाप्त कराया।
जानकारी के मुताबिक शहर से लगे ग्राम सकालो बंगालीपारा का रमन पोर्ते पिता जनेश पोर्ते 16 वर्ष व कमलेश पोर्ते पिता सुरेंद्र 16 वर्ष चचेरे भाई थे। दोनों कक्षा नवमीं के छात्र थे। गुरुवार की सुबह दोनों नाबालिग भाई दिन में करीब 11 बजे बाइक क्रमांक सीजी 15डीआर 9989 में सवार होकर बाल कटवाने सकालो बाजार जाने के लिए निकले थे। अंबिकापुर-प्रतापपुर मुख्य मार्ग पर स्कूल के सामने जैसे ही दोनों पहुंचे, अंबिकापुर की ओर से जा रही तेज रफ्तार मिनी ट्रक क्रमांक सीजी 04 एलके-1753 के चालक ने उन्हें टक्कर मार दी, जिससे दोनों सड़क पर गिर गए। इसके बाद चालक दोनों के सिर को कुचलते ट्रक का चालक मौके से भाग निकला। दुर्घटना की सूचना मिलने पर गांधीनगर पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों भाइयों के शव को पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल भिजवाया। घटना को लेकर ग्रामीणों एवं स्वजनों में शोक का माहौल है।
वाहनों की रफ्तार पर लगाम नहीं
दुर्घटना के बाद घटनास्थल पर क्षेत्रवासियों की भीड़ जमा हो गई। घटनास्थल में दोनों भाइयों का हाल देख लोग आक्रोशित हो गए। इनके द्वारा वाहनों की तेज रफ्तार पर लगाम नहीं लगने को लेकर आक्रोश जाहिर किया गया। मृत छात्रों के स्वजनों को दुर्घटना की सूचना मिली और वे भी मौके पर पहुंचे और क्रंदन, विलाप की स्थिति बन गई। इधर ग्रामीणों ने सड़क जाम कर दिया। क्षेत्र के लोगों का कहना था कि आए दिन इस मार्ग पर तेज रफ्तार वाहनों के दौडऩे से हादसे हो रहे हैं। कई लोगों के घरों का चिराग बुझ गया लेकिन वाहनों की रफ्तार पर अंकुश नहीं लगा है। पुलिस प्रशासन के द्वारा भी दुर्घटनाओं को रोकने किसी प्रकार की समाधानकारक पहल नहीं की गई है। इस दौरान मौके पर पहुंची गांधीनगर पुलिस ने ग्रामीणों को समझाइश देकर मामला शांत कराया।

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *