घेंघा रोग से पीडि़त की चिकित्सकों ने सर्जरी कर बचाई जान बीस वर्षों से झेल रहा था पीड़ा, श्वांस और आहार नली को था खतरा


अंबिकापुर। मेडिकल कॉलेज अस्पताल अंबिकापुर के सर्जन चिकित्सकों ने घेंघा रोग से पीडि़त ग्रामीण का सफल ऑपरेशन कर तकलीफ भरी जिंदगी से निजात दिलाई है। आपरेशन के बाद युवक पूरी तरह स्वस्थ है, जल्द ही उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी। वह पिछले 20 वर्ष से इससे पीडि़त था। घेंघा बढ़कर तीन किलो से ज्यादा वजनी हो चुका था, जो ऑपरेशन नहीं होने पर सांस व आहार नली को नुकसान पहुंचाता।
जिले के सीतापुर का भुवनेश्वर 45 वर्ष पिछले 20 वर्षों से गले में घंघा बीमारी से पीडि़त था। धीरे-धीरे यह बढ़कर काफी बड़ा हो चुका था। वह दर्द से परेशान था, उसे सांस लेने में परेशानी हो रही थी। वह एक फरवरी को इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचा। इसका इलाज सर्जन विभाग के एचओडी डॉ.एसपी कुजूर ने शुरू किया। सर्जन चिकित्सकों की निगरानी में एक माह तक जांच व उपचार किया गया। तीन बार सीटी स्कैन, बॉयोप्सी, एफएसी सहित अन्य जांच कराई गई। पूरी जांच होने के बाद दो मार्च को डॉ.एसपी कुजूर, डॉ.पीआर शिवहरे, डॉ.जिबनुस एक्का, एनीस्थीसिया विभाग की एचओडी डॉ.मधुमिता मूर्ति, डॉ.दीपा सहित अन्य सहयोगियों की मदद से उसका सफल ऑपरेशन किया गया। ऑपरेशन लगभग छह घंटे चला। डॉ. शिवहरे ने बताया कि घेंघा काफी बढऩे के कारण ऑपरेशन के पूर्व कई तरह का जांच कराना पड़ा। अगर समय पर ऑपरेशन नहीं होता तो सांस व अहार नली को नुकसान पहुंच सकता था। अब मरीज पूरी तरह से स्वस्थ्य है। उन्होंने बताया ऑपरेशन काफी जटिल था। घेंघा बड़ा होकर सीने तक पहुंच गया था। इस तरह के ऑपरेशन पहले नहीं होते थे। ऐसे केस आने पर तत्काल रेफर किया जाता था। इस केस को भी रेफर करने की तैयारी थी, पर पूरी टीम ने रिक्स कवर करके सफल ऑपरेशन किया।

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