खाद्य मंत्री भगत बिरनपुर मामले से अनभिज्ञ, जबकि सरकार की ओर से भुवनेश्वर साहू के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी एवं 10 लाख की सहायता राशि की घोषणा

बिरनपुर में हुए घटना को लेकर जहाँ प्रदेश बंद का आह्वान रविवार को ही विश्व हिंदू परिषद सहित कई हिन्दू संगठनों एवं चेम्बर ऑफ कॉमर्स ने समर्थन की घोषणा कर दी थी, वहीं सोमवार को प्रदेश भर में बंद का व्यापक असर भी देखा गया। जगह-जगह बिरनपुर में हुए घटना को लेकर लोगों ने बंद का समर्थन किया तो वहीं प्रदेश के एक ऐसे मंत्री भी हैं, जिन्हें प्रदेश में हुई इस बड़ी घटना की जानकारी तक नहीं है। प्रदेश के खाद्य मंत्री अमरजीत भगत जो कि सीतापुर से विधायक भी हैं, उनसे मीडिया के साथियों ने बिरनपुर मामले पर बात करनी चाही तब पता चला कि मंत्री जी को तो घटना की कोई जानकारी ही नहीं। बेख़बर हैं मंत्री जी, क्या कहा मंत्री जी ने ज़रा सुनिये…..

बिरनपुर मामले को लेकर आज प्रदेश साहू संघ ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मुलाकात की। इस दौरान गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू एवं कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे भी मौजूद रहे। प्रदेश साहू संघ के प्रतिनिधि मंडल से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा की घटना बेहद दुर्भाग्यजनक है। इस घटना में दिवंगत भुनेश्वर साहू के परिवार की पीड़ा हम सबकी साझा पीड़ा है। भुनेश्वर की अनुपस्थिति में उसके परिवार का संरक्षण हम सबकी साझी जिम्मेदारी है।

मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि आज छत्तीसगढ़ प्रदेश साहू संघ के पदाधिकारियों से मुलाक़ात के बाद हमने निर्णय लिया है कि भुनेश्वर के परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी और 10 लाख रू की सहायता राशि प्रदान की जाएगी। साथ ही मैंने कमिश्नर के नेतृत्व में उच्च स्तरीय प्रशासकीय जाँच के निर्देश दिए हैं, एक सप्ताह में जाँच कर रिपोर्ट देने को कहा है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि प्रभु राम का ननिहाल, माता कौशल्या का घर हमारा छत्तीसगढ़ प्रदेश शांति, सद्भावना का गढ़ रहा है। हम सबको असामाजिक ताक़तों से लड़ते हुए शांति और सद्भावना बनाकर रखनी है। यह हर नागरिक की जिम्मेदारी है। कानून से बढ़कर कोई नहीं।

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