कार्यसमिति की बैठक में छत्तीसगढ़ के सह प्रभारी नितिन नवीन ने दिखाई सख्ती, भाजपा के पदाधिकारियों को जमीनी स्तर पर काम करने की दी नसीहत

अंबिकापुर। भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की दो दिवसीय बैठक शहर के होटल पर्पल ऑर्किड में शुरु हुई। इसमें छत्तीसगढ़ प्रदेश के करीब 100 दिग्गज नेता शामिल हुए हैं। राष्ट्रीय नेतृत्व द्वारा दिल्ली के राष्ट्रीय कार्यसमिति में लिए गए निर्णय के अनुरूप यहां प्रदेश के लिए रणनीति बनेगी। बैठक में भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में शामिल होने आए छत्तीसगढ़ के सह प्रभारी नितिन नवीन की सख्ती कुछ पदाधिकारियों के जुबां से सुनने को मिली। बताया जा रहा है कि उन्होंने प्रदेश में संगठनात्मक कार्याविधि को लेकर नाराजगी जाहिर करने के साथ आवश्यक सुझाव दिए हैं और विधान सभा चुनाव 2023 को गंभीरता से लेकर पदाधिकारियों को जमीनी स्तर पर काम करने का पाठ पढ़ाया है।
बैठक के प्रथम सत्र में प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक हुई। भाजपा के प्रदेश सह प्रभारी नितिन नबीन, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव, भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ.रमन सिंह, केंद्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह व महामंत्री संगठन पवन साय की उपस्थिति में प्रदेश कार्यसमिति प्रारंभ हुई। अध्यक्षीय उद्बोधन देते हुए प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल एक वर्ष के लिए बढ़ा दिया गया है। भाजपा आगामी छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार की उपलब्धियों व भाजपा के 15 वर्ष के कार्यकाल में छत्तीसगढ़ में हुए विकास के साथ जेपी नड्डा के नेतृत्व में लड़ेगी और जनता का आशीर्वाद प्राप्त कर प्रचंड बहुमत से जीतेगी। अरूण साव ने कहा कि नई पीढ़ी को मालूम होना चाहिए कि छत्तीसगढ़ राज्य भाजपा के वरिष्ठ नेता व देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने बनाया और प्रथम 15 वर्षों में हमने विकास की एक नई गाथा लिखी। छत्तीसगढ़ को बीमारू राज्य से विकसित राज्य बनाया, लेकिन जब से छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार आई है मुख्यमंत्री निवास भ्रष्टाचार का केंद्र बन गया है। सांसद संतोष पांडेय ने राजनीतिक प्रस्ताव रखा, जिसका समर्थन प्रदेश महामंत्री केदार कश्यप ने किया। बैठक के दो प्रस्ताव पारित किए गए हैं, जिसमें राजनीतिक प्रस्ताव में गुजरात चुनाव में अभूतपूर्व विजय के लिए कार्यसमिति ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अभिनंदन किया। इसके अलावा प्रदेश में एक करोड़ टन से अधिक धान खरीदी के लिए भी कार्यसमिति ने प्रधानमंत्री का अभिनंदन किया। बैठक में जी-20 की अध्यक्षता और उसकी एक बैठक छत्तीसगढ़ में भी होने का अवसर देने के लिए भाजपा ने राष्ट्रीय नेतृत्व के प्रति आभार व्यक्त किया है। दूसरे प्रस्ताव में सामाजिक, आर्थिक संकल्प का विस्तार से वर्णन किया गया है। इसे केंद्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह ने प्रस्तावित किया और समर्थन किरण देव ने किया। अमित साहू ने आत्मनिर्भर भारत, पुरंदर मिश्रा ने एक भारत श्रेष्ठ भारत, भाजपा प्रदेश महामंत्री ओपी चौधरी ने मोर आवास मोर अधिकार विषय पर वृत रखा। बैठक शुरु होने के बाद से ही शहर में गहमा-गहमी का माहौल है।
भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की दूसरी बैठक
अंबिकापुर में भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की दूसरी बैठक हो रही है। इसके पहले प्रदेश की पहली कार्यसमिति की बैठक वर्ष 2016 में हुई थी, तत्समय प्रदेश में भाजपा की सरकार थी। दूसरी बैठक को लेकर स्थानीय नेताओं ने दो दिन पहले से ही तैयारी शुरु कर दी थी। सुबह होते तक तैयारियों को अंतिम रूप देने का सिलसिला चला। शहर को बैनर-पोस्टर व तोरण द्वार से जगह-जगह सजाया गया था। बैठक को 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव का आगाज माना जा रहा है। भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक को लेकर भाजपा के स्थानीय नेताओं सहित कांग्रेस के नेताओं में चर्चा चल रही है।
बैठक में ये भी रहे शामिल
प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में प्रमुख रूप से पूर्व राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम, पूर्व नेता प्रतिपक्ष गौरीशंकर अग्रवाल, प्रेमप्रकाश पांडेय, नंद कुमार साय, विष्णु देव साय, ननकीराम कंवर, रामसेवक पैकरा, धरमलाल कौशिक, अमर अग्रवाल, राजेश मूणत, मेजर अनिल सिंह, भैयालाल राजवाड़े, कमलभान सिंह, भाजपा सरगुजा के जिलाध्यक्ष ललन प्रताप सिंह, प्रदेश प्रवक्ता अनुराग सिंहदेव, केदार गुप्ता, संदीप शर्मा, अखिलेश सोनी, भारत सिंह सिसोदिया, सरगुजा संभाग प्रभारी संजय श्रीवास्तव, किरण देव, रायपुर संभाग प्रभारी सौरभ सिंह, प्रदेश महामंत्री ओपी चौधरी, अंबिकापुर नगर निगम के पूर्व नेता प्रतिपक्ष जन्मेजय मिश्रा सहित प्रदेश भाजपा के लगभग सभी पदाधिकारी शामिल हुए।
नेता प्रतिपक्ष सहित कुर्छ दिग्गज नहीं पहुंचे
भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल शामिल नहीं हुए। इनके शामिल नहीं होने के सवाल पर पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने कहा उनके कुछ महत्वपूर्ण निजी काम हो सकते हैं, इसलिए वे बैठक में नहीं पहुंच पाए। नेता प्रतिपक्ष के पुत्र पर एफआइआर दर्ज करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि हमें न्यायपालिका पर विश्वास रखना चाहिए। इनके अलावा अजय जामवाल, बृजमोहन अग्रवाल, गोमती साय सहित अन्य दिग्गज प्रदेश कार्यसमिति में नहीं पहुंचे।
साउंड प्रूफ कमरे में बैठक
भाजपा के संगठनात्मक बैठक की गोपनीयता बनी रहे, इसका पूरा ध्यान रखा गया था। बैठक कक्ष में सैकड़ों दिग्गजों के साथ भाजपा के पदाधिकारियों की मौजूदगी के बाद भी अंदर की आवाज दीवार भेदकर बाहर नहीं आ रही थी। बैठक में शामिल भाजपा के पदाधिकारियों के जुबां भी बंद थे। वे बैठक के बारे में किसी से कुछ चर्चा करने में कतराते नजर आए। दबे जुबां कुछ ऐसी बातों को ही वे सामने ला रहे थे, जिससे बैठक की गोपनीयता बनी रहे।

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