पुलिस की पिटाई और मां को हिरासत में लेने पर आरएसएस नेता श्रीनिवास के बेटे अक्षय ( 19 ) द्वारा आत्महत्या से आक्रोशित रंछाड़ के ग्रामीणों ने सोमवार पूरी रात हंगामा करते हुए शव नहीं उठाने दिया। मामला बढ़ता देख 13 घंटे बाद मंगलवार सुबह एसपी अभिषेक सिंह ने बिनौली इंस्पेक्टर चंद्रकांत पाण्डेय सहित 13 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया है।
बिनौली थाना क्षेत्र के गांव रंछाड़ में कोरोनारोधी टीकाकरण शिविर में पुलिसकर्मियों से अक्षय की हाथापाई के बाद पुलिस ने आरएसएस के खंड संचालक श्रीनिवास के घर में घुसकर महिलाओं से अभद्रता और तोड़फोड़ की थी। पुलिस उनकी पत्नी, भाभी और पडोसी को थाने भी ले आई थी। इससे आहत होकर अक्षय ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी।
शाम करीब छह बजे ग्रामीण भड़क गए और हंगामा शुरु कर दिया। पूरा थाना निलंबित कराने की मांग को लेकर ग्रामीण रात भर हंगामा करते रहे। इस दौरान एएसपी और एसडीएम भी वहां मौजूद रहे। मंगलवार सुबह रात सात बजे परिजनों को एसपी द्वारा कार्यवाई के आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने पुलिस को शव उठाने दिया।
इसी दौरान इंस्पेक्टर चंद्रकांत पाण्डेय, एसएसआई उधम सिंह तालान, एसआई हरिश्चन्द्र त्यागी, एसआई मयंक प्रताप सिंह, हेड कांस्टेबल जितेंद्र सिंह और सलीम, कांस्टेबल इलियास, इमरान, दीपक शर्मा, अश्वनी, राहुल, कुलदीप व मुरली को लाइन हाजिर कर दिया गया हैं ।
पिता की तहरीर पर इंस्पेक्टर और एसएसआई सहित छह पर मुकदमा भी दर्ज
एएसपी मनीष मिश्र ने बताया कि मृतक के पिता श्रीनिवास की तहरीर पर इंस्पेक्टर चंद्रकांत पाण्डेय, एसएसआई तालान, हेड कांस्टेबल सलीम, कांस्टेबल मुरली, अश्वनी व एक अज्ञात के खिलाफ बवाल, गाली-गलौज, मारपीट व आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप मुकदमा दर्ज किया गया है।