केंद्र सरकार द्वारा सेना भर्ती को लेकर अग्निपथ योजना की घोषणा के बाद से इसका विरोध तेज हो गया है। बिहार के जहानाबाद और नवादा में युवा प्रदर्शनकारी लगातार दूसरे दिन सड़क पर उतर आए हैं। छात्रों ने मोदी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और ट्रेनों को भी निशाना बनाया है। बताया जा रहा है कि छात्रों ने आक्रोश में आकर कई स्टेशनों पर ट्रेनों को रोक दी है। इतना ही नहीं कई जगह हाईवे पर टायर भी जलाए गए हैं जिससे यातायात व्यवस्था बाधित हो गई है।
छात्रों ने जहानाबाद में एनएच 83 पर आगजनी करते हुए विराध जताया। इस कारण यहां थोड़ी देर के लिए यातायात व्यवस्था बाधित रही। छात्रों के विरोध के चलते गया-पटना मुख्य मार्ग पर आवागमन थोड़ी देर के लिए प्रभावित हुआ।
मुंगेर में भी भारी विरोध
अग्निपथ योजना के विरोध में मुंगेर में भी प्रदर्शन देखने को मिला। यहां छात्रों ने साफियासराय चौक को जाम कर दिया। इतना ही नहीं प्रदर्शनकारियों ने आगजनी भी की। इससे एनएच और जमालपुर मुंगेर रोड पर यातायात पूरी तरह ठप हो गया।
यहां पढ़ें, क्या है प्रदर्शनकारियों की मांग
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि भर्ती पहले की तरह की जाए, टूर ऑफ ड्यूटी (टीओडी) को वापस लिया जाए और परीक्षा पहले की तरह आयोजित की जाए। कोई भी सेना में सिर्फ 4 साल के लिए नहीं जाएगा। वहीं जहानाबाद में प्रदर्शन कर रहे एक अन्य प्रदर्शनकारी ने कहा कि केवल 4 साल काम करने के बाद हम कहां जाएंगे ? 4 साल की सेवा के बाद हम बेघर हो जाएंगे। इसलिए हमने सड़कों को जाम कर दिया है, देश के नेताओं को अब पता चल जाएगा कि लोग जागरूक हैं। वहीं एक अन्य प्रदर्शनकारी ने कहा कि हम सशस्त्र बलों में शामिल होने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं। महीनों के प्रशिक्षण और छुट्टी के साथ 4 साल की सेवा कैसी होगी? सिर्फ तीन साल के प्रशिक्षण के बाद हम देश की रक्षा कैसे करेंगे ? सरकार को वापस लेनी होगी यह योजना।
सहरसा में रेलवे ट्रैक पर पहुंचे प्रदर्शनकारी
सहरसा जिला में तो प्रदर्शनकारी इस योजना को रद्द करने के लिए रेलवे ट्रैक पर पहुंच गए। इससे दो एक्सप्रेस ट्रेनें स्टेशन पर ही खड़ी रहीं। यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
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