उदयपुर/विकासखंड उदयपुर अंतर्गत आने वाले ग्राम कुमडेवा के पहले एमबीबीएस और बीएमओ डॉक्टर बृजमोहन कामरे की 15 अगस्त को देर शाम मौत हो गई। 16 अगस्त की सुबह गमगीन माहौल में हजारों लोगों की उपस्थिति में परिजनों द्वारा अंतिम संस्कार किया गया। मुखाग्नि उनके बेटे द्वारा दी गई।
हाल ही में 12 जुलाई 2024 को बीएमओ उदयपुर का पदभार ग्रहण करने वाले डॉक्टर बृजमोहन कामरे का 10 अगस्त को ब्रेन हेमरेज हुआ था। जिन्हें उपचार हेतु अम्बिकापुर ले जाया गया था। फिर उन्हे रायपुर के निजी अस्पताल में उपचार हेतु दाखिल कराया गया।
उनकी स्थिति और नाजुक होने पर दो दिन बाद ही उन्हें एयर एंबुलेंस से रायपुर से दिल्ली के निजी हॉपिटल में ले जाया गया। डॉक्टरों ने सिर का आपरेशन किया परंतु आपरेशन के बाद स्थिति और खराब होने पर वहां के डॉक्टरों ने इन्हे घर ले जानें को कहा। 14 अगस्त की रात को वेंटिलर एंबुलेंस से दिल्ली से उदयपुर लाने के दौरान 15 अगस्त को देर शाम को उन्होंने रास्ते में दम तोड़ दिया।
अपने सरल स्वभाव के कारण डॉक्टर बृजमोहन कामरे क्षेत्र में काफी लोकप्रिय थे। रोगियों के उपचार हेतु दिन हो या रात हमेशा सक्रिय रहते थे। उनके निधन से क्षेत्र में शोक का माहौल है। शुक्रवार को उनके अंतिम दर्शन के लिए हजारों की संख्या में लोग उनके निवास ग्राम कुमडेवा पहुंचे, उन्हें श्रद्धांजलि दी।
अंतिम संस्कार स्थल पर ही लोगों ने 2 मिनट का मौन रखा। वह अपने पीछे भरा पूरा परिवार छोड़ गए। डॉक्टर कामरे ने उदयपुर के अलावा प्रेमनगर और केदमा में चिकित्सा अधिकारी के रूप में अपनी सेवाएं दी थीं।