सरकार ने खोला खजाना, खेलेगा तभी तो खिलेगा इंडिया – खेलों के हिस्से में आए 2253 करोड़, जिसमें खेलो इंडिया के लिए 974 करोड़ किए गए निर्धारित

खेलों में देश की युवा प्रतिभाओं को तराशने और उन्हें अपनी प्रतिभा दिखाने का उचित मंच उपलब्ध कराने के लिए सरकार ने खेलो इंडिया अभियान के लिए अपने खजाने का मुंह खोल दिया है। बजट में साल 2022-23 के लिए खेलों के हिस्से में 2253 करोड़ रुपये की राशि आई है, जिसमें अकेले 974 करोड़ रुपये खेलो इंडिया अभियान को आवंटित किए गए हैं। युवाओं को आगे बढ़ाने के लिए सरकार ने बजट में 809.6 करोड़ रुपये निर्धारित किए हैं। ऐसे में खेल और युवा मामलों के लिए साल 2022-23 के लिए कुल बजट 3062.6 करोड़ रहेगा जो इस वित्तीय वर्ष 2021-22 के 2596.14 के मुकाबले 466.46 करोड़ रुपये अधिक है।

कुल बजट का 43 प्रतिशत खेलो इंडिया को :
सरकार ने टोक्यो ओलंपिक की सफलता से उत्साहित होकर खेलों के कुल बजट का 43 प्रतिशत हिस्सा खेलो इंडिया के लिए रखा गया है। हालांकि इस वित्तीय वर्ष के संशोधित बजट में खेलो इंडिया पर 869 करोड़ खर्च किए गए जो निर्धारित 657.71 के मुकाबले अधिक है। इसके लिए टॉप्स के जरिए टोक्यो ओलंपिक की तैयारियां और देश भर में खोले गए नेशनल सेंटर ऑफ एक्सिलेंस का योगदान प्रमुख हैं। 2020-21 में खेलो इंडिया पर 328.06 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे। इस वित्तीय वर्ष में खेलों के लिए 1906:14 करोड़ निर्धारित किए गए थे। जिसमें इस बार 15 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी की गई है।

राष्ट्रीय खेल संघों को मिले 280 करोड़
राष्ट्रीय खेल संघों और भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के बजट को नहीं बढ़ाया गया है। खेल संघों के हिस्से में इस वित्तीय वर्ष की तरह 280 करोड़ आए हैं। जबकि साई को 653 करोड़ रुपये ही मिले हैं, जबकि 2021-22 के बजट में साई के लिए 660.41 करोड़ रुपये निर्धारित किए गए थे। हालांकि इस वित्तीय वर्ष के संशोधित बजट में साई पर 599 करोड़ रुपये की खर्च किए गए। खेल संघों और साई के बजट में बढ़ोतरी नहीं करने का खामियाजा ओलंपिक में नहीं शामिल और एशियाई, राष्ट्रमंडल खेलों में शामिल खेलों को भुगतना पड़ सकता है।

उत्तर पूर्वी राज्यों में खेलों के विकास को 330.94 करोड़
उत्तर पूर्वी राज्यों में खेलों के विकास के लिए 330.94 करोड़ रुपये रखे गए हैं। खिलाड़ियों को अवॉर्ड देने के लिए 55, नेशनल स्पोट्र्स डेवलपमेंट फंड के लिए 16 करोड़ तो जम्मू कश्मीर में खेलों को बढ़ावा देने और युवाओं को मुख्य धारा से जोड़ने के लिए 50 करोड़ रुपये का बजट रखा गया है। बजट में नेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी के लिए 17, नेशनल डोप टेस्ट लैबोरेटरी के लिए 13 करोड़ निर्धारित किए गए हैं। मणिपुर में राष्ट्रीय स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी के लिए 91 करोड़ रुपये का बजद रखा गया है युवाओं को आगे बढ़ाने के लिए निर्धारित किए गए 809.6 करोड़ रुपये में से नेहरू युवा केंद्र संगठन के लिए 325 करोड़ रखे गए।

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