प्रवासी भारतीय दिवस 9 जनवरी को ही क्यों मनाया जाता है ?

आज है 9 जनवरी..और क्या आप जानते है इस दिन इस तारीख में खास क्या है..
चलिए हम आपको बताते हैं….आज है प्रवासी भारतीय दिवस पर सबसे रोचक बात ये है इस दिन का इंतजार भारत में नहीं बल्कि विदेश में रह रहे लोगों को होता है. ये दिन उनके लिए काफी खास होता क्योंकि देश के बाहर रह रहे लोग विदेश में रहकर भारत का नाम रोशन करते हैं इसलिए आज के दिन उन्हें याद किया जाता है.

अब हर किसी का एक ही सवाल होगा कि आखिर ये प्रवासी भारतीय दिवस 9 जनवरी को ही क्यों मनाया जाता है..दरसल महात्मा गांधी जब 1893 में दक्षिण अफ्रीका के नटाल प्रांत पहुंचे तो वहां पर उन्हें रंगभेदी नीति का सामना करना पड़ा. महात्मा गांधी चुप नहीं बैठे और इस नीति के खिलाफ उन्होंने आवाज उठाई क्योंकि ये पूरे भारतीयों के सम्मान की बात थी. कड़ी मेहनत और काफी संघर्ष के बाद महात्मा गांधी अपने इस मिशन में कामयाब हो गए और 22 साल बाद अपनी इस जीत के साथ वो 9 जनवरी 1915 को भारत लौट आएं.

उनके भारत आने की खुशी के बाद ही 2003 में पहली बार ये प्रवासी भारतीय दिवस मनाया गया. आपको बता दें कि 2003 से लगातार ये दिवस हर साल मनाया जा रहा है. यह दिवस देश में कई जगहों पर मनाया जाता है. पिछले साल प्रवासी भारतीय द‍िवस वाराणसी में मनाया गया था. वहीं, साल 2018 में यह दिवस सिंगापुर में मनाया गया था. प्रवासी भारतीय द‍िवस के मौके पर हर साल भारत सरकार अमूमन तीन दिवसीय सम्‍मेलन का आयोजन करती है. इस सम्‍मेलन में विदेश में रह रहे उन भारतीयों को आमंत्र‍ित कर सम्‍मान‍ित किया जाता है जिन्‍होंने अपने-अपने क्षेत्र में व‍िशेष उपलब्‍धि हासिल कर भारत का नाम व‍िश्‍व पटल पर गौरवान्‍वित किया हो.

बीते साल ‘माइग्रेशन एंड रेमिटेंस’ रिपोर्ट के मुताबिक प्रवासी भारतीय अपने देश की अर्थव्यवस्था में योगदान देने में सबसे आगे हैं. रिपोर्ट के मुताबिक प्रवासी भारतीयों ने साल 2018 में 79 बिलियन डॉलर की रकम भारत भेजी. इस मामले में चीन के प्रवासी दूसरे नंबर पर हैं और उन्होंने साल 2018 में 67 बिलियन डॉलर की रकम चीन भेजी थी. वहीं बहुत से लोग सोच रहे होंगे कि प्रवासी भारतीय दिवस मनाने का उद्देश्य क्या है. तो हम आपको बताते हैं इसके पीछे का उद्देश्य.
अप्रवासी भारतीयों की भारत के प्रति सोच, भावना की अभिव्यक्ति, देशवासियों के साथ सकारात्मक बातचीत के लिए एक मंच उपलब्ध कराना इसका उद्देश्य है. विश्व के सभी देशों में अप्रवासी भारतीयों का नेटवर्क बनाना, युवा पीढ़ी को अप्रवासियों से जोड़ना, विदेशों में रह रहे भारतीय श्रमजीवियों की कठिनाइयां को जानना और उन्हें दूर करने की कोश‍िश करना इसका उद्दे्श्य है

उम्मीद करते हैं आपको हमारी यह रिपोर्ट पसंद आई होगी, और 9 जनवरी को लेकर आपके मन में चल रहे सभी सवालों के आपको जवाब मिल गए होगें, अगर यह वीडियो अच्छी लगे तो लाईक करें, शेयर करें और खबरी चौक को सबस्काईब करना ना भूलें

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