पीएलआई : मारुति सहित 75 कंपनियों को मिली मंजूरी जापान, जर्मनी, अमेरिका, ब्रिटेन की कंपनियां भी शामिल

वाहन और वाहन कलपुर्जा विनिर्माण क्षेत्रों के लिए शुरू की गई उत्पादन आधारित प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना के तहत मारुति सुजुकी, हीरो मोटोकॉर्प व टोयोटा किर्लोस्कर ऑटो पार्ट्स सहित 75 कंपनियों को प्रोत्साहन दिए जाने की मंजूरी दी गई है।

सरकार ने मंगलवार को कहा कि उपकरण चैंपियन प्रोत्साहन योजना के तहत 75 आवेदकों की ओर से 29,834 करोड़ के निवेश का अनुमान है। भारी उद्योग मंत्रालय ने इससे पहले 20 आवेदकों को चैंपियन ओईएम प्रोत्साहन योजना के तहत चुना था। पीएलआई योजना के तहत वाहन कलपुर्जा उद्योग की उन्नत ऑटोमोटिव प्रौद्योगिकी उत्पादों की स्वदेशी आपूर्ति श्रृंखला में नए निवेश करने पर 18 फीसदी राशि का प्रोत्साहन दिया जाता है। योजना के तहत जिन्हें मंजूरी मिली है, उनमें जापान, जर्मनी, अमेरिका, ब्रिटेन, दक्षिण कोरिया, आयरलैंड, फ्रांस, बेल्जियम, इटली, नीदरलैंड की कंपनियां भी शामिल हैं।

मिला 74,850 करोड़ का प्रस्तावित निवेश

बयान के मुताबिक, वाहन एवं वाहन कलपुर्जा उद्योग के लिए शुरू की गई पीएलआई योजना 74,850 करोड़ रुपये का प्रस्तावित निवेश आकर्षित करने में सफल रही है। इसके लिए पांच वर्षों में 42,500 करोड़ का निवेश लक्ष्य रखा गया था। सरकार को चैंपियन ओईएम प्रोत्साहन योजना के तहत 45,016 करोड़ रुपये और कलपुर्जा चैंपियन प्रोत्साहन योजना के तहत 29,834 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले हैं। चुनी गई कंपनियों में बीएचईएल और सिएट लिमिटेड भी हैं।

भारत की प्रगति पर दुनिया को भरोसा

भारी उद्योग मंत्री महेंद्र नाथ पांडेय ने कहा, इस योजना को मिले समर्थन से पता चलता है कि उद्योग जगत ने एक विश्वस्तरीय विनिर्माण स्थल के रूप में भारत की असाधारण प्रगति में अपना भरोसा जताया है। यह आत्मनिर्भर भारत बनाने के प्रधानमंत्री के आह्वान से मेल खाता है। वाहन क्षेत्र के लिए पीएलआई योजना नए निवेशकों के लिए भी खुली थी।

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