कहां गया परित्राणाय साधुनाम का ध्येय, एएसआई पर जूता, डंडा व पट्टे से मारपीट का आरोप, पीड़ित अस्पताल में


अंबिकापुर। सरगुजा रेंज में आईजी राम गोपाल गर्ग पदभार संभालने के बाद से लगातार पुलिस कर्मियों का आम नागरिकों से अच्छा संबंध हो, इसके लिए टिप्स देते आ रहे हैं, इसके बावजूद जिले के थानों में कुछ ऐसे लोग हैं, जिनका रवैए में कई अधिकारी आए और चले गए, तब्दीली नहीं आ पाई है। ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जिसमें कोतवाली में पदस्थ एएसआइ पर साधारण से अपराध में एक युवक की बेदम पिटाई करने के आरोप लगे हैं। परित्राणाय-साधुनाम के ध्येय से परे एएसआइ ने जूते की नोक से युवक के आंख पर मारा, जिससे उसके आंख के नीचे काला निशान पड़ गया है। सोमवार की शाम को धारा 151 में जमानत कराने के बाद स्वजन उसे इलाज के लिए राजमाता श्रीमति देवेंद्र कुमारी सिंहदेव शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय से संबद्ध जिला रघुनाथ चिकित्सालय लेकर गए। युवक ने एएसआइ पर पट्टे व हाथ-मुक्के से बेदम पिटाई करने का खुला आरोप लगाया है। मंगलवार को मामला सामने आने पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विवेक शुक्ला भी अस्पताल पहुंचे थे।
जानकारी के मुताबिक परवेज आलम कोतवाली थाना क्षेत्र के सोनपुर का रहने वाला है, जो सोनपुर में कार वासिंग सेंटर चलाता है। 31 दिसंबर की रात को सोनपुर के एक ढाबा में खाना खाने वह अपने दोस्त राजा व कर्मचारी पिंटू के साथ गया था। वहां ढाबा संचालक राहुल पांडेय के साथ किसी बात को लेकर विवाद हो गया। इसके बाद ढाबा संचालक ने पिंटू का मोबाइल छीन लिया। इसके बाद तीनों वापस अपने-अपने घर चले गए। दूसरे दिन एक जनवरी की रात परवेज व पिंटू मोबाइल लेने ढाबा में गए थे लेकिन ढाबा संचालक वहां नहीं था। गुस्से में पिंटू ने ढाबा में लगे बैनर को फाड़ दिया। ढाबा संचालक राहुल पांडेय ने बैनर फाडऩे व तोडफ़ोड़ की शिकायत कोतवाली में की। पुलिस तीनों युवकों को पकड़कर कोतवाली ले आई। परवेज आलम का आरोप है कि अन्य दोनों युवकों के सामने कोतवाली के अंदर मनोज उपाध्याय नामक पुलिस कर्मी ने उसके साथ मारपीट की। बाद में अलग कमरे में ले जाकर पट्टे और जूते से चेहरा कुचल दिया। यही नहीं सिर्फ उसके विरूद्ध धारा 151 की कार्रवाई की गई और दोनों युवकों को छोड़ दिया गया। सोमवार की शाम जमानत मिलने के बाद परवेज की स्थिति ठीक नहीं होने पर उसे अस्पताल लेकर स्वजन पहुंचे, चेहरे व शरीर के अन्य स्थानों में अंदरूनी चोट अधिक होने के कारण चिकित्सक ने उसका सीटी स्कैन कराया है। पीडि़त युवक का आरोप है कि जिस होटल संचालक से उसका विवाद हुआ था, उससे समझौता भी हो गया था। इसके बाद भी पुलिस कर्मी ने साथियों को छोड़ दिया और उसे पट्टा, डंडा व हाथ मुक्के, जूते की नोक से मारा।
पुलिस अधीक्षक ने कहा
एएसआई पर लगे मारपीट के आरोप के मामले में पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता ने कहा मीडिया के माध्यम से संज्ञान में आया है कि किसी ने पुलिस कर्मी पर मारपीट करने का आरोप लगाया है। इसकी जांच के लिए थाना प्रभारी को मौके पर भेजा गया है, लिखित शिकायत मिलने पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।

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