एम्स खोलना मोदी सरकार के क्षेत्राधिकार में, फिर भाजपाई क्यों मुड़वाए सिर-विकल प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री के विरूद्ध विरोध प्रदर्शन करने वाले भाजपाइयों को युकां अध्यक्ष ने दिखाया आइना


अंबिकापुर। एम्स की स्थापना के नाम पर भाजयुमो के द्वारा हाल में प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के विरुद्ध किए गए विरोध प्रदर्शन पर जिला युवक कांग्रेस के अध्यक्ष विकल झा ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि भाजपा एवं उनके अनुषांगिक संगठन मात्र विरोध कर रहे हैं। केंद्र सरकार ने एम्स की स्थापना के लिए जो नियमावली तय की है, उसके तहत बिलासपुर शहर का नाम नए एम्स की स्थापना के लिए प्रस्तावित किया गया है। बिलासपुर उत्तर छत्तीसगढ़ का एक प्रमुख शहर है। पुराने संभाग मुख्यालय के रुप में यह उत्तर क्षेत्र की सवा करोड़ आबादी के लिए सुगम यातायात से जुड़ा है। इसी उत्तर छत्तीसगढ़ की सवा करोड़ आबादी को ध्यान में रखकर एवं केंद्र सरकार के नाम्र्स के तहत बिलासपुर का चयन एम्स के लिए किया गया है। केंद्र सरकार ने हालांकि अभी तक यह सुनिश्चित नहीं किया है कि वो छत्तीसगढ़ को दूसरा एम्स दे रही है या नहीं। ऐसे में छत्तीसगढ़ के लिए दूसरा एम्स सुनिश्चित कराने के बजाए भाजपा व इनके अनुषांगिक संगठन विरोध के नाम पर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव का विरोध कर रहे हैं।
युकां अध्यक्ष ने कहा है जब भाजपाई स्वास्थ्य मंत्री का विरोध कर रहे थे, तब वे क्षेत्र की जनता के लिए मेडिकल कॉलेज अंबिकापुर में 16 करोड़ की लागत से बनने वाले क्रिटिकल केयर यूनिट का शिलान्यास कर रहे थे, ताकि गंभीर परिस्थिति में किसी भी सरगुजा वासी को जीवन रक्षा के लिए लंबी दूरी का सफर कर बिलासपुर या रायपुर ना जाना पड़े। भाजपाइयों ने तब सर क्यों नहीं मुड़वाया, जब रमन सरकार ने शहर को एक अनाथ मेडिकल कॉलेज दिया था, जिसमें सुविधओं के अभाव में जीरो-ईयर घोषित हो रहे थे। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव की व्यक्तिगत रुचि एवं क्षेत्र के लिए सेवा भाव होने के कारण शहर में एक ऐसा मेडिकल कॉलेज खड़ा हो रहा है जो पूरे प्रदेश में द्वितीय स्थान रखता है। विकल ने आगे कहा है कि 15 वर्ष तक छत्तीसगढ़ पर राज करने वाली भाजपा ने इस क्षेत्र के लिए कुछ नहीं किया, जिसका नतीजा वर्ष 2018 का चुनाव है, जिसमें वे जीरो सीट पर सिमट गए। इस तरह का बेबुनियाद विरोध अगर जारी रहा तो क्षेत्र की जनता फिर उन्हें शून्य पर ही समेटेगी। उन्होंने कहा हम भी चाहते हैं कि सरगुजा के साथ-साथ बस्तर में भी एम्स खुले। एम्स खोलना मोदी सरकार के क्षेत्राधिकार में है। भाजपाई मोदी सरकार से क्यों नहीं मांग करते कि वो नियमों को शिथिल कर छत्तीसगढ़ को दो नहीं बल्कि चार एम्स दे। अगर भाजपाई मोदी सरकार से इस मांग के लिए हिम्मत जुटाते हैं तो वे भी उनके साथ कंधे से कंथा मिलाने को तैयार हैं।

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