केरल में एक और व्यक्ति मंकीपॉक्स संक्रमित मिला है। शुक्रवार को नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआईवी) से रिपोर्ट मिलने के बाद मरीज के संपर्क में आए करीब 24 लोगों को क्वारंटीन किया गया। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी दी है कि केरल के मलप्पुरम जिले में 35 वर्षीय एक व्यक्ति मंकीपॉक्स संक्रमित मिला है। अब तक देश में मंकीपॉक्स संक्रमण के तीन मामले सामने आए हैं और यह सभी केरल निवासी हैं।
तीनों मरीज विदेश यात्रा से लौटकर वापस केरल पहुंचे और कुछ दिन बाद इनमें लक्षण विकसित होने लगे। वहीं दूसरी ओर केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने बताया कि यह मरीज 6 जुलाई को यूएई से लौटा था। 13 जुलाई को रोगी मंजेरी मेडिकल कॉलेज में भर्ती हुआ जहां दो दिन बाद 15 जुलाई से उसमें लक्षण दिखाई देने लगे। अब उसके संपर्क में आए लोगों पर नजर रखी जा रही है।
केरल में शुरू हुई मंकी पॉक्स की जांच
पुणे स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआईवी) ने अलाप्पुझा स्थित अपने क्षेत्रीय कार्यालय में मंकीपॉक्स की जांच शुरू कर दी है। इससे राहत यह मिली कि सैंपल पुणे भेजने की जरूरत नहीं है। संदिग्ध रोगी का सैंपल मिलने के बाद यहीं मंकीपॉक्स की जांच हो रही है और रिपोर्ट आने पर तत्काल निगरानी भी बढ़ाई जा रही है।
उच्च स्तरीय टीम अभी भी रख रही निगरानी
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा, केरल में मंकीपॉक्स को लेकर कुछ दिन पहले उच्च स्तरीय टीम तैयार हुई थी जिसने हाल ही में केरल का दौरा भी किया है। इस टीम को निगरानी जारी रखने के लिए कहा गया है। साथ ही राज्य स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर ये सभी लोग क्वारंटीन पर कार्य कर रहे हैं।
मंत्रालय का साफ तौर पर कहना है कि मंकीपॉक्स के मामले निगरानी में है इसलिए मरीजों की पहचान हो पा रही है। यह कोरोना की तरह नहीं फैलता है। इसलिए लोगों को पैनिक में आने की जरूरत नहीं है।