
पुरुषों की तुलना में महिलाओं में एंटीबॉडीज अधिक हैं. (सांकेतिक तस्वीर)
श्रीनगर के सरकारी मेडिकल कॉलेज जीएमसी की एक स्टडी बताती है कि सीरो प्रसार (Sero-Prevalence) में 3.eight फीसदी का इजाफा हुआ है. जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) का श्रीनगर जिला (Srinagar District) कोरोना वायरस से बुरी तरह प्रभावित है.
- Information18Hindi
- Last Updated:
October 29, 2020, 5:29 PM IST
श्रीनगर के सरकारी मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) की ओर से की गई स्टडी के परिणाम बताते हैं कि शहर में जून में किए गए इस तरह के स्टडी की तुलना में सीरो-प्रसार में 3.eight प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है. सीरो-सर्वे (Sero survey) में व्यक्ति के रक्त सीरम की जांच की जाती है, जिससे संक्रमण के खिलाफ शरीर में एंटीबॉडीज (Antibodies) होने का पता चलता हैं.
जीएमसी श्रीनगर में सामुदायिक चिकित्सा के प्रमुख डॉ मोहम्मद सलीम खान ने बताया, ‘हमने श्रीनगर जिले में सीरो-सर्वे किया था, जिसमें पता चला है कि 2400 लोगों में से 40 फीसदी के संक्रमित होने की पुष्टि नहीं हुई, लेकिन उनमें एंटीबॉडीज विकसित हो गई हैं.’ खान ने बताया कि श्रीनगर के 20 क्लस्टर से रेंडम तरीके से नमूने लिए गए थे. इसमें यह भी पता चला है कि पुरुषों की तुलना में महिलाओं में एंटीबॉडीज अधिक हैं. उन्होंने कहा ‘यह ट्रेंड उत्साह बढ़ाने वाला है, लेकिन ऐसा नहीं है कि हम कहें कि निश्चित स्तर पर आबादी में एंटीबॉडीज विकसित होने पर कोविड-19 को हराया जा सकता है.’
श्रीनगर जिले में अब तक हो चुकी हैं 348 मौतें
श्रीनगर जम्मू-कश्मीर का सबसे बुरी तरह से प्रभावित जिला है. यहां करीब 19000 लोग संक्रमित हो चुके हैं और 348 लोगों की मौत हो चुकी है. जिले में 1651 मरीज अपना इलाज करा रहे हैं जबकि अन्य जिलों 19 में 5300 संक्रमित अपना इलाज करा रहे हैं. खान ने बताया कि कश्मीर घाटी के अन्य नौ जिलों में बड़े स्तर पर सीरो सर्वे किया जा रहा है और हर जिले से 400 नमूने लिए गए हैं. उन्होंने बताया कि उनका परिणाम दो हफ्तों में जारी किए जाने की उम्मीद है.